नई दिल्ली: देश में आज से छठ महापर्व की शुरुआत हो गई है और देश की राजधानी दिल्ली में भी श्रद्धालु छठ के त्यौहार को मना रहे हैं। लेकिन दिल्ली में छठ त्यौहार मनाने की कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आए हैं जो बड़ी चिंता का विषय है। दिल्ली में यमुना नदी का प्रदूषण का स्तर इतना ज्यादा बढ़ गया है कि कई जगहों पर नदी में झाग की मोटी परत बनी हुई है और छठ मनाने वालों का जुनून ऐसा है कि वे यमुना के खराब पानी में भी स्नान करने के लिए पहुंच गए हैं।
कोरोना की वजह से दिल्ली में पहले छठ त्यौहार के मनाने की मनाही थी लेकिन बाद में दिल्ली सरकार ने कुछ चुनिंदा घाटों पर छठ का त्यौहार मनाने की अनुमति दे दी थी। लेकिन दिल्ली में यमुना नदी में प्रदूषण का स्तर बहुत ज्यादा है। यमुना के पानी में प्रदूषण की वजह से झाग की मोटी परत बनी हुई है और अमोनिया का स्तर पर बहुत ज्यादा बढ़ा हुआ है। ऐसे में यमुना के पानी से स्नान करना बीमारियों को न्यौता देने के बराबर है।
यमुना के पानी में अमोनिया की मात्रा इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि उस पानी का ट्रीटमेंट करना भी मुश्किल हो रहा है, इसी वजह से दिल्ली में कुछ जगहों पर पीने के की सप्लाई भी प्रभावित हुई है। यमुना के पानी को पीने के पानी में बदलने के लिए दिल्ली में 8 ट्रीटमेंट प्लांट चलते हैं लेकिन मौजूदा समय में 5 प्लांट अपनी क्षमता से कम काम कर रहे हैं।
आफत की बात ये है कि दिल्ली की हवा और पानी दोनों खराब है। दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने से हवा पहले से जहरीली बनी हुई है। दिवाली के बाद आज चौथा दिन है जब दिल्ली में प्रदूषण का स्तर गंभीर बना हुआ है। आज सुबह भी दिल्ली में AQI 423 दर्ज किया गया। सांसों पर इमरजेंसी के हालात हैं तो वहीं यमुना के पानी में अमोनिया बढ़ गया है जिससे कई इलाकों में पानी की सप्लाई आज नहीं हुई है।