नई दिल्ली: शहर के कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में पानी भरने से तीन छात्रों की मौत के बाद हंगामा मचा हुआ है। स्थानीय लोगों के साथ-साथ छात्र और छात्रों के परिजन लगातार इस मामले में कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। वहीं पुलिस ने अब तक संस्थान के मालिक और कोऑर्डिनेटर को गिरफ्तार भी कर लिया है। वहीं अब इस मामले में एक नया मोड़ भी सामने आया है। दरअसल, जिस बेसमेंट में पानी भरने से तीन छात्रों की मौत हुई है, इसकी शिकायत एक महीने पहले ही की जा चुकी थी। वहीं शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिसके चलते शनिवार को ये हादसा हुआ और तीन छात्रों को अपनी जान गंवानी पड़ी।
करोल बाल के शख्स ने की थी शिकायत
शनिवार की रात हुए हादसे के बाद अब नगर निगम से की गई एक शिकायत की कॉपी सामने आई है। ये शिकायत एक महीना पहले ही दर्ज कराई गई थी। वहीं दो बार रिमाइंडर देने के बाद भी इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। बताया जा रहा है कि करोल बाग के ही रहने वाले किशोर कुमार कुशवाहा नाम के शख्स ने कोचिंग सेंटर के बेसमेंट को लेकर शिकायत की थी। शिकायतकर्ता ने अपनी कंप्लेंट में विद्यार्थियों और स्टाफ की जान के खतरे का अंदेशा भी जताया था। इसके बावजूद नगर निगम के द्वारा इस मामले में कोई एक्शन नहीं लिया गया।
छात्रों का जीवन दांव पर लगाने का आरोप
26 जून को दर्ज कराई गई शिकायत में किशोर सिंह कुशवाहा ने लिखा है, 'नमस्कार मैं किशोर सिंह कुशवाह निवासी करोल बाग तथा Raus's IAS द्वारा बेसमेंट में परमिशन न होते हुए भी बिना एनओसी के क्लासरूम संचालित कर रहे हैं जिसकी लोकेशन ओल्ड राजेंद्र नगर है। करोल बाग नई दिल्ली में टेस्ट कक्षाएं संचालित कर रहे हैं जिससे विद्यार्थियों एवं स्टाफ के जीवन को खतरा बना हुआ है और कोई बड़ी दुर्घटना होने की संभावना है। अतः इस संबंध में संबंधित संस्था को सूचित कर किया तो उन्होंने कहा इसका पैसा दिल्ली नगर निगम कमिश्नर को जाता है। इस प्रकार से एमसीडी में भ्रष्टाचार का एक बड़ा उदाहरण दिखाई देता है। श्रीमान जी से विनम्र अनुरोध है कि इस प्रकार के बड़े-बड़े यूपीएससी के कोचिंग संस्थान जो विद्यार्थियों का जीवन दांव पर लगाकर अवैध जगह पर कक्षा संचालित कर रहे हैं उन पर कड़ी कार्रवाई हो तो आपकी अति कृपा होगी धन्यवाद।'
शिकायत के ठीक एक महीने बाद हुआ हादसा
वहीं अब शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं किए जाने का मामला सामने आने के बाद नगर निगम पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। बता दें कि 26 जून को शिकायत करने के ठीक एक महीने बाद 27 जुलाई की रात में यहां पर हादसा हुआ। हादसे के दौरान कई छात्र लाइब्रेरी में मौजूद थी। लाइब्रेरी का संचालन अवैध रूप से बेसमेंट में किया जा रहा था। वहीं बारिश का पानी तेजी के साथ लाइब्रेरी में भर गया। पानी भरने के बाद इसमें डूबने से तीन छात्रों की मौत भी हो गई है।
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