Highlights
- दिल्ली के लड़के ने रची खुद के अपहरण की साजिश
- युवक ने अपनी ही बहन से फिरौती की रकम मांगी
- स्पोर्ट्स बाइक खरीदने के लिए दोस्त से पैसे लिए थे उधार
Delhi: दिल्ली से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। राष्ट्रीय राजधानी में 23 साल के एक युवक ने अपने ही अपहरण का झूठा नाटक रचा। हैरानी की बात तो ये है कि युवक ने अपनी ही बहन से फिरौती की रकम मांगी। पुलिस ने रविवार को बताया कि युवक ने एक स्पोर्ट्स बाइक खरीदने के लिए अपने दोस्त से ढाई लाख रुपये उधार लिए थे जिसे चुकाने के लिए उसने यह साजिश रची। पुलिस ने कहा कि आरोपी की पहचान कर्ण गोयल के रूप में की गई है जो अपनी बहन के साथ दिल्ली के नांगलोई इलाके में रहता है।
दोस्त के घर से की थी फिरौती के लिए कॉल
पुलिस ने बताया कि युवक राजस्थान के शेखपुर में अपने एक दोस्त के यहां गया था जहां से उसने फिरौती के लिए कॉल की। पुलिस ने आरोपी का पता लगाकर उसे उसके परिवार को सौंप दिया है। पुलिस ने कहा कि गोयल द्वारा अपने नकली अपहरण की साजिश रचने के लिए उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जा रही है। अधिकारियों ने कहा कि गोयल की बहन ने 26 जून को शिकायत दर्ज कराई थी कि उसका भाई लापता है जिसके बाद पुलिस ने तहकीकात शुरू की।
फोन कर बहन से मांगे थे ढाई लाख रुपये
पुलिस उपायुक्त (बाहरी) समीर शर्मा ने कहा कि आरोपी की बहन से विस्तार से पूछताछ की गई और घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए लेकिन युवक का कोई सुराग नहीं मिला। अधिकारी ने कहा कि कर्ण की बहन ने पुलिस को बताया कि उन्हें उनके भाई के अपहरण के संबंध में एक कॉल आई थी और कॉल करने वाले ने ढाई लाख फिरौती की मांग की थी। उन्होंने कहा, “हमारी टीम ने कॉल डिटेल्स की जांच की और नंबर राजस्थान में शेखपुर का पाया गया। तकनीकी विश्लेषण के आधार पर उस स्थान पर छापा मारा गया। मोबाइल नंबर सत्यवीर नामक व्यक्ति का पाया गया जो राजस्थान के अलवर के बघेरी गांव का निवासी है।”
ऐसे खुला नकली किडनैपिंग का भेद
अधिकारियों ने कहा कि पुलिस को सत्यवीर से पूछताछ में पता चला कि गोयल उसके बेटे नितेश का दोस्त है और वह दिल्ली से उससे मिलने आया था। अधिकारी ने बताया कि गोयल को नांगलोई पुलिस थाने लाकर उससे पूछताछ की गई जिसमें सामने आया कि उसने अपने एक दोस्त से स्पोर्ट्स बाइक खरीदने के लिए ढाई लाख रुपये उधार लिए थे। डीसीपी ने कहा, “अब उसका दोस्त उससे पैसे वापस मांग रहा था और गोयल के पास पैसे नहीं थे। इसके बाद गोयल ने राजस्थान में अपने दोस्त के यहां जाने की योजना बनाई। उसने अपने दोस्त के पिता का मोबाइल लिया और खुद कॉल कर कहा कि उसका अपरहण हो गया है और उसे छुड़ाने के लिए ढाई लाख रुपये की जरूरत है।”