उत्तर पश्चिम भारत के मौसम में तेजी से बदलाव देखने को मिल रहा है। यह बदला पश्चिमी विक्षोभ के कारण देखने को मिल रहा है। लेकिन अब पश्चिमी विक्षोभ पूर्व की तरफ शिफ्ट हो रहा है। इसके पूर्व में शिफ्ट होने के कारण कई राज्यों के तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी। साथ ही उत्तर पश्चिम भारत के कई राज्यों में इस कारण ठंड भी बढ़ेगी। मौसम का अनुमान लगाने वाली स्काईमेंट के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ के गुजरने के बाद हवा की दिशा दक्षिण-पश्चिम से हटकर उत्तर पश्चिम हो जाएगी। इस कारण अगले 2-3 दिन के बीच पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान में तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी। मौसम विभाग के दिल्ली में सतही हवाएं चलेंगी।
बता दें कि दिल्ली में एक बार फिर से तापमान के एक अंक में आने की संभावना है। हालांकि यह ज्यादा समय तक नहीं रहेगा और 14 फरवरी के बाद फिर से तापमान बढ़ना शुरू हो जाएगा। तापमान में यह गिरावट कुछ ही समय के लिए होगा। इस कारण उत्तर पश्चिम भारत के किसी भी भाग में शीतलहर की संभावना नहीं है। दरअसल 14 फरवरी तक पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में पहुंच जाएगा।
लाहौल स्पीति का तापमान
बता दें कि बीते कल लाहौल स्पीति, किन्नौर, चंबा, कुल्लू और किन्नौर में पिछले 24 घंटे से बर्फबारी देखने को मिली है। लाहौल स्पीति में सबसे कम तापमान शून्य से 3.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। हिमाचल के दूसरे इलाकों में पारा बेहद कम बना हुआ है। कुकुमसेरी में शून्य से 1.3 डिग्री, कल्पा में -0.4 डिग्री, नारकंडा में -0.2 डिग्री, कुफरी में 2.2 डिग्री, मनाली में 2.6 डिग्री, डलहौजी में 1.9 डिग्री और शिमला में 5.5 डिग्री तापमान दर्ज किया गया था।
पहाड़ी इलाकों में हो रही बारिश
हिमाचल प्रदेश में मध्यम और कम ऊंचाई वाली पहाड़ियों पर लगातार रुक रुक कर बारिश देखने को मिल रही है। अलग अलग स्थानों पर अलग अलग मात्रा में बारिश देखने को मिल रही है। मनाली में 38 मिमी, भुंतर में 10.5 मिमी, रिकांग पियो में 5.5 मिमी, चंबा में 11 मिमी बारिश दर्ज की गई है। धर्मशाला, पालमपुर, मंडी, बिलासपुर में भी बारिश दर्ज की गई है। लाहौल स्पीति में बर्फबारी फिर से शुरू हो चुकी है।