Highlights
- आज नई दिल्ली इलाके में 144 धारा लागू
- संयुक्त किसान मोर्चा ने बुलाई है जंतर-मंतर पर महापंचायत
- भीड़ ज्यादा होने की वजह से परमिशन नहीं दी गई - पुलिस
Delhi Traffic Update: दिल्ली में संयुक्त किसान मोर्चे के द्वारा जंतर-मंतर पर किसान महापंचायत बुलाई गई है। इस महापंचायत में हजारों किसानों के जुटने की संभावना है। जिसका असर दिल्ली के ट्रैफिक पर पड़ सकता है। इसे देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने यातायात संबंधी निर्देश जारी किये हैं। नई दिल्ली की डीसीपी के अनुसार, इस महापंचायत की परमिशन मांगी गई थी लेकिन भीड़ ज्यादा होने की वजह से परमिशन नहीं दी है। इसी बाबत आज नई दिल्ली इलाके में 144 धारा लागू है।
जंतर मंतर पर आयोजित होने जा रही किसान महापंचायत में बड़ी संख्या में किसानों के जुटने की संभावना है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एक नोटिफिकेशन भी जारी किया है जिसमें बताया गया है कि लगभग चार से पांच हजार किसानों के जुटने की आशंका है। इसका नई दिल्ली के ट्रैफिक पर भी असर पड़ने की संभावना है। इसे देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है। साथ ही ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए स्टाफ की तैनाती और डायवर्जन का प्लान भी तैयार किया है।
आज दिल्ली के इन मार्गों पर जाने से बचें
ट्रैफिक पुलिस की जानकारी के अनुसार, सोमवार सुबह 10 बजे से जंतर मंतर पर किसान महापंचायत शुरू होगी। जिसमें करीब 4-5 हजार लोगों के इकट्ठा होने की संभावना है। कई जगहों से किसान गाड़ियों में सवार होकर या पैदल चलकर भी जंतर मंतर पहुंचेंगे। इसके चलते टॉलस्टॉय मार्ग, संसद मार्ग, जनपथ, विंडसर प्लेस, कनॉट प्लेस, अशोक रोड, बाबा खड़क सिंह मार्ग, पंडित पंत मार्ग समेत आस-पास के कई रास्तों पर दिनभर कंजेशन रहने की संभावना है।
किसानों के मूवमेंट को देखते हुए एहतियात लोकल पुलिस भी कई जगह बैरिकेडिंग कर सकती है, जिसका ट्रैफिक पर असर पड़ सकता है। इसे देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने लोगों से सुबह एक्स्ट्रा टाइम लेकर घर से निकलने और कंजेशन से बचने के लिए निजी वाहनों के बजाय मेट्रो का इस्तेमाल करने की सलाह दी है।
कल राकेश टिकैत को लिया गया था हिरासत में
शनिवार रात और रविवार दिन में किसानों के कुछ समूहों ने बार्डर पार करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। जंतर-मंतर पर जा रहे भाकियू नेता राकेश टिकैत और उनके समर्थकों को भी गाजीपुर बार्डर पार करते ही पुलिस ने हिरासत में ले लिया। करीब दो घंटे हिरासत में रखने के बाद गाजीपुर बार्डर पर उत्तर प्रदेश की सीमा में उन्हें छोड़ दिया गया।