नई दिल्ली: गैंगस्टर्स के खिलाफ कार्रवाई को तेज करते हुए बाहरी उत्तरी जिला पुलिस के स्पेशल स्टाफ ने कुख्यात गैंगस्टर सूर्या के 3 गुर्गे को धर दबोचा है जो एक गवाह की हत्या की साजिश रच रहे थे। इसके लिए ये लोग एक कार लूटने की योजना भी बना रहे थे। पूछताछ में पता चला कि विकासपुरी इलाके में गैंगस्टर सूर्या और इसके 3 साथियों ने रंगदारी न देने की वजह से एक बिजनेसमैन की बेरहमी से हत्या कर दी थी। उन्होंने करीब 30 राउंड फायर किए थे। सूर्या पर 2 लाख रुपए का इनाम भी था और बाद में गुड़गांव पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर लिया।
फिलहाल सूर्या तिहाड़ जेल में बंद है और वहीं से अपना गैंग चला रहा है। वह हत्या, रंगदारी समेत कई मामलों में संलिप्त रहा है। सूर्या पहले गैंगस्टर मंजीत महाल और प्रदीप सोलंकी के संपर्क में आया था और उनके पकड़े जाने के बाद अपना अलग गैंग शुरू किया था। जेल में वह गैंगस्टर नवीन बाली और टिल्लू ताजपुरिया से भी संपर्क में रहता है।
सूर्या ने ही अपने 3 गुर्गों को तैयार करके भेजा था जो उस व्यक्ति की हत्या कर सके जो विकासपुरी मर्डर केस में प्रत्यक्ष गवाह है। इसके लिए उसने मंजीत निवासी गुभाना, दीपक निवासी बामदोला और प्रवीण निवासी बादली हरियाणा को तैयार किया ताकि वे एक कार लूट कर उस गवाह की हत्या कर सके और उसी कार से मोहन गार्डन इलाके में किसी प्रॉपर्टी डीलर पर गोली चला कर उससे रंगदारी मांग सके। लेकिन बाहरी जिला की पुलिस ने ऑपरेशन तांडव से तहत उनके नापाक इरादों को अंजाम तक नहीं पहुंचने दिया और तीनों को गिरफ्तार कर लिया।
उनके पास से 2 देसी कट्टे, 1 पिस्टल, 9 जिंदा कारतूस और एक कार बरामद हुई है। पकड़े गए तीनों अपराधी पहले भी हरियाणा में हत्या, हत्या की कोशिश और रंगदारी इत्यादि मामलों में शामिल रहे हैं।