नयी दिल्ली। ट्विटर पर गुरुवार को दिल्ली में कोविड-19 महामारी की चिंताजनक स्थिति के बारे में कई लोगों ने पोस्ट किये। एक व्यक्ति अपनी बूढ़ी मां के लिए अस्पताल में बिस्तर पाने के लिए व्याकुल है, जबकि एक महिला अपने मित्र के चाचा के लिए प्लाज्मा दान कर सकने वाले व्यक्ति को ढूंढ रही है। माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर कुछ लोगों ने दावा किया कि दिल्ली कोरोना ऐप में यह प्रदर्शित हो रहा है कि शहर के कुछ अस्पतालों में बिस्तर उपलब्ध हैं, लेकिन जमीनी हकीकत इससे अलग है। अस्पताल मरीजों को भर्ती नहीं कर रहे हैं क्योंकि उनके यहां बिस्तर खाली नहीं है।
कई लोगों ने तो यहां तक कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के ट्विटर अकाउंट को भी अपने पोस्ट मे टैग (संलग्न) कर दिया, ताकि अस्पतालों की स्थिति और अपनी दशा के बारे में वे उनका ध्यान आकर्षित कर सकें। दिल्ली कोरोना ऐप लोगों को राष्ट्रीय राजधानी के सरकारी और निजी अस्पतालों में बिस्तर की उपलब्धता का पता लगाने में मदद करता है। दिल्ली में पिछले कुछ दिनों में कोविड-19 के मामलों में बेतहाशा वृद्धि हुई है, शहर में बुधवार को संक्रमण के 17,282 नये मामले सामने आये, यह पांच दिनों में प्रतिदिन की पांचवी रिकार्ड वृद्धि है।
मेसी एरिक नाम के टि्वटर हैंडल से पोस्ट किया गया, ‘‘तत्काल: अपनी 60 वर्षीय मां के लिए दिल्ली के अस्पताल में एक बिस्तर चाहिए, वह अत्यधिक कमजोर हैं और हम बिस्तर ढूंढ रहे हैं लेकिन अब तक नहीं मिल पाया है। कृपया मदद करें। ’’
विभुरिषी नाम के ट्विटर हैंडल से पोस्ट किया गया, ‘‘दिल्ली के किसी अस्पताल में बिस्तर उपलब्ध है? एक मित्र के लिए चाहिए। उनकी पत्नी अस्पतालों में कॉल कर रही हैं और यहां तक कि ऐप/वेबसाइट में बिस्तर उपलब्ध दिख रहे हैं, लेकिन अस्पतालों का कहना है कि बिस्तर खाली नहीं हैं।’’ निष्ठा सचदेव ने लिखा, ‘‘तत्काल: दिल्ली में अभी एक बुजुर्ग व्यक्ति के लिए अस्पताल में बिस्तर तलाश रही हूं। मरीज मेरे रिश्तेदार हैं और उनकी हालत बहुत नाजुक है। हैशटैग ऐट अरविंद केजरीवाल, ऐट मनीष सिसोदिया। किसी को भी कुछ जानकारी हो तो कृपया यथा शीघ्र संपर्क करें।’’
दिल्ली सरकार ने एक दिन पहले ही कई विवाह भवन, स्कूल और खेल परिसरों की एक सूची जारी करते हुए उन्हें विभिन्न अस्पतालों से संबद्ध किया था, ताकि कोविड-19 मरीजों के लिए बिस्तरों की संख्या बढ़ाई जा सके। शहर की आम आदमी पार्टी सरकार के इस कदम के एक दिन बाद ट्विटर पर मदद की गुहार लगाते हुए ये संदेश पोस्ट किये गये। दिल्ली सरकार द्वारा बुधवार को जारी स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक कोविड देखभाल केंद्रों और कोविड स्वास्थ्य केंद्रों सहित अस्पतालों में 13,680 बिस्तरों में करीब 9,300 भर गये हैं। कुछ दिल्ली वासियों ने शिकायत की कि दिल्ली कोरोना ऐप जमीनी हकीकत की सही तस्वीर नहीं दिखा रहा है।
अंकित कुमार नाम से किये गये ट्वीट में कहा गया, ‘‘दिल्ली कोरोना ऐप, 65 बिस्तर वेंटिलेटर के साथ उपलब्ध दिख रहे हैं, हेल्पलाइन पर कॉल करने पर वे कह रहे हैं कि बिस्तर भर गये हैं। अंसारी अस्पताल में भर्ती एक मरीज को वेंटिलेटर के साथ बिस्तर की जरूरत है। कृपया मदद कीजिए सीएमओ दिल्ली, अरविंद केजरीवाल, सत्येंद्र जैन। ’’ कुछ लोगों ने प्लाज्मा दान करने वालों और रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए भी मदद की गुहार लगाई।
वंदेरवाल ट्विटर हैंडल से किये गये पोस्ट में कहा गया, ‘‘दिल्ली में प्लाज्मा की बहुत ही तत्काल आवश्यकता है। यदि आपके कोई परिचित कोविड से उबरे हैं तो कृपया उनसे बात करिए।’’ जाह्नवी नाम से किये गये ट्वीट में कहा गया, ‘‘एक मित्र के चाचा के लिए दिल्ली में प्लाज्मा दान करने वाले व्यक्ति की जरूरत है। वह मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, पटपड़गंज में भर्ती हैं।’’ मजहर खान नाम के व्यक्ति ने ट्वीट किया, ‘‘दिल्ली में रेमडेसिविर इंजेक्शन की जरूरत है, क्या कोई मदद कर सकते हैं?’’
गौरतलब है कि केजरीवाल ने कोविड से उबर चुके लोगों से मंगलवार को अपील की थी कि वे अन्य मरीजों की जान बचाने के लिए आगे आएं। कुछ लोगों ने दिल्ली में स्थिति और बिगड़ने से पहले लॉकडाउन लगाने की भी मांग की। हालांकि, मुख्यमंत्री ने बृहस्पतिवार को कहा कि अस्पतालों में बिस्तरों की कमी नहीं है और कोविड मरीजों के लिए अब भी 5,000 बेड उपलब्ध हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि बड़े पैमाने पर बिस्तर उपलब्ध कराने के लिए प्रयास जारी हैं। केजरीवाल ने राजधानी में कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए सप्ताहांत में कर्फ्यू लगाने समेत कई पाबंदियों की बृहस्पतिवार को घोषणा की। इस दौरान मॉल, जिम, स्पा और सभागार बंद रहेंगे।