नई दिल्ली: कोरोना संक्रमण के खतरे की वजह से बच्चों के लिए दिल्ली के स्कूल काफी समय से बंद पड़े हैं। दिल्ली सरकार ने स्कूलों खोलने पर फैसला करने के लिए एक कमेटी बनाई थी जिसकी रिपोर्ट आ चुकी है। कमेटी ने अपनी सिफारिश में कहा है दिल्ली के स्कूल बच्चों के लिए खोल देने चाहिए लेकिन बच्चों को स्कूल भेजने का विकल्प उनके माता-पिता के पास होना जरूरी है, और अगर माता पिता चाहते हैं तो ही बच्चों को स्कूल भेजा जाए और अगर नहीं चाहते तो बच्चों के लिए घर पर ही ऑनलाइन क्लास की व्यवस्था हो।
कमेटी की सिफारिशों को दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के पास भेजा जाएगा और उसी के बाद फैसला होगा कि बच्चों के लिए स्कूल खोले जाएं या अभी बंद रहें। देश में कोरोना के मामले पिछले साल आना शुरू हुए थे और मार्च 2020 से दिल्ली सहित कुछ राज्यों में बच्चों के लिए स्कूल बंद हैं। देश के कई राज्यों में बच्चों की कुछ कक्षाओं के लिए स्कूल खोले गए हैं लेकिन कुछ राज्य ऐसे भी हैं जिन्हें स्कूल खोलने के बाद दोबारा से बंद करने पड़े हैं। हिमाचल प्रदेश में बच्चों के लिए स्कूल खोल दिए गए थे लेकिन कोरोना संक्रमण बढ़ने के बाद फिर से 4 सितंबर तक स्कूलों को बंद कर दिया गया है।
बता दें कि देश में कोरोना वायरस की तीसरी लहर की बातें हो रही हैं और अभी तक बच्चों के लिए इस बीमारी की वैक्सीन भी नहीं आई है। अभी तक जो वैक्सीन उपलब्ध है वह 18 वर्ष से ऊपर की आयुवर्ग के लोगों के लिए है। साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि तीसरी लहर बच्चों के लिए भी उतनी ही संक्रामक होगी जितनी की वयस्कों के लिए। ऐसे में लोगों के बीच इस बात को लेकर भी काफी चर्चा हो रही है कि अभी छोटे बच्चों के लिए स्कूलों को खोलना कितना सुरक्षित है।