नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने फरवरी के दौरान हुए दिल्ली के दंगों को लेकर चार्जशीट दाखिल कर दी है और चार्जशीट में कई ऐसे खुलासे हुए हैं जो दंगों के लिए पहले से की गई साजिश की तरफ इशारा करते हैं। चार्जशीट में कहा गया है कि जाफराबाद में 23 फरवरी को पुलिस पर हुए पथराव के लिए जहांगीरपुरी से भेजी गई महिलाओं और बच्चों का इस्तेमाल किया गया था। पुलिस ने चार्जशीट में उस गाड़ियों के ड्राइवरों के बयान को भी दिखाया है जिनकी गाड़ियों में महिलाएं जहांगीरपुरी से जाफराबाद गईं थी और वापस भी आईं।
चार्जशीट में ड्राइवरों के जो बयान दर्ज हैं उनके मुताबिक तबरेज नाम के व्यक्ति ने जहांगीरपुरी से शाहीन बाग के लिए 6 बसें और एक कैन्टर बुक करवाया हुआ था। ड्राइवरो के बयान के ताबिक बसों और केन्टर में अधिकतर महिलाएं और बच्चों के साथ कुछ आदमी थे और वे उन सभी को जहांगीरपुरी से शाहीन बाग तक लेकर गए। ड्राइवर के मुताबिक सवारियां गाड़ियों से उतर गई और वे बसों में बैठ गए और उनकी वापसी का इंतजार करने लगे।
चार्जशीट में ड्राइवरों दर्ज बयान के मुताबिक शाहीन बाग में जब वे महिलाओं और बच्चों को वापस लेकर जाने का इंतजार कर रहे थे तभी तबरेज (वह व्यक्ति जिसने जहांगीरपुरी से शाहीन बाग के लिए गाड़ियां बुक की थी) आया और कहने लगा कि सवारियों के साथ बसें शाहीनबाग से जाफराबाद के लिए जाएंगी। ड्राइवरों के बयान के मुताबिक सभी ड्राइवर अपनी गाड़ियों में अपनी-अपनी सवारियों को भरकर जाफराबाद चले गए और गाड़ी वहां स्थित पुल के पास रोड़ पर लगा दी।
चार्जशीट में दर्ज ड्राइवरों के बयान के मुताबिक कुछ घंटों के इंतजार के बाद जब सभी महिलाएं अन्य सवारियां वापस लौटे तो जल्दी से वापस जहांगीरपुरी को लौटने के लिए कहने लगे। एक ड्राइवर ने बताया कि बुर्के में बैठी कुछ महिलाएं कह रही थीं कि उन्होंने पत्थरबाजी की है। सभी ड्राइवरों ने बताया कि उन्होंने अपनी-अपनी सवारियों को वापस जहांगीरपुरी छोड़ दिया और जहांगीरपुरी पहुंचने पर तबरेज ने उन्हें बसों का किराया भी दे दिया।