नई दिल्ली। दिल्ली के उर्जा मंत्री सत्येन्द्र जैन ने बुधवार को केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह को एक पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र के जरिए एनसीआर में चल रहे सभी 11 थर्मल पावर प्लांट को बंद करने का अनुरोध किया है। दिल्ली सरकार के मुताबिक दिल्ली के आसपास चल रहे इन थर्मल पावर प्लांट्स का दिल्ली के प्रदूषण में सबसे बड़ा योगदान है। देश में दिल्ली सरकार एक मात्र ऐसी सरकार है, जिसने अपने राज्य के सभी थर्मल पॉवर प्लांट को बंद कर दिया है।
सतेंद्र जैन ने पत्र में यह भी कहा कि, 'सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार ने कहा था कि 2019 में सभी थर्मल पावर प्लांट बंद कर देंगे, लेकिन अब इन पावर प्लांट को नवीनीकृत करने का समय 2 वर्ष और बढ़ाना चाहती है। एनसीआर में अभी तक चल रहे 11 थर्मल पावर प्लांट को बंद करने से दिल्ली के प्रदूषण पर निश्चित रूप से फर्क पड़ेगा।'
सतेंद्र जैन ने कहा, 'अभी भी केंद्र सरकार की मंशा है कि दिल्ली के आसपास जो थर्मल पावर स्टेशन हैं, जिनकी वजह से काफी प्रदूषण होता है, उनके प्रदूषण मानदंड में फिर से छूट दे दी जाए और उनको आगे 2-3 साल और मोहलत दे दिए जाए, ताकि वो प्रदूषण मानदंड का पालन न करें। मैंने केंद्रीय मंत्री को पत्र लिखा है कि जितने भी यह थर्मल पावर स्टेशन हैं, इनको बंद किया जाए, ताकि दिल्ली और इसके आसपास रहने वालों लोगों को राहत मिले।'
सतेंद्र जैन ने कहा, 'दिल्ली से सटे दूसरे राज्यों में अभी 11 थर्मल पॉवर प्लांट चल रहे हैं। पहले यह 13 थे, जिसमें दो दिल्ली में थे, जिन्हें हम पहले ही बंद कर चुके हैं। शेष पावर प्लांट दिल्ली के आसपास हैं। इसमें दादरी में एक पावर प्लंट है। इसे बंद करने को लेकर कल ही मैंने पत्र लिखा था। दादरी का जो पावर प्लांट है, इसके 25 साल, फेज एक के अगले महीने खत्म होने वाले हैं। सुनने में यह आ रहा है कि 25 साल बाद उसको भी आगे बढ़ाना चाहते हैं, ताकि और प्रदूषण पैदा करता रहे, जबकि उसकी 25 साल की अवधि भी खत्म हो चुकी है।'
ऊर्जा मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा, "दिल्ली में जो प्लांट था, उससे 100 प्रतिशत बिजली की सप्लाई दिल्ली को की जाती थी। देश में बिजली सप्लाई के वैकल्पिक सोर्स हैं, आज भी जो पीक लोड है, उसेसे दोगुना देश के अंदर पावर उत्पादन की क्षमता है। दिल्ली के आसपास पावर प्लांट का होना दिल्ली के पर्यावरण के लिए बहुत ही अधिक खतरनाक है, उसकी वजह से बहुत ज्यादा प्रदूषण होता है। थर्मल पावर प्लांट को बंद करने से दिल्ली में पावर सप्लाई पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा, बल्कि प्रदूषण पर जरूर फर्क पड़ेगा और प्रदूषण कम हो जाएगा। अगर हम पराली जलाना बंद कर दें, थर्मल पावर प्लांट को बंद कर दें, तो दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण पर काफी असर पड़ेगा।" दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण को बढ़ाने में पराली और थर्मल पावर स्टेशन का काफी योगदान है। जैन ने कहा कि अभी मैंने केंद्रीय मंत्री को पत्र लिखा है। मुझे लगता है कि वो इस पर अवश्य संज्ञान लेंगे और यह महत्वपूर्ण है।