नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में एक बार फिर लोगों की सांसों पर संकट गहरा गया है। दिल्ली में ओवरऑल एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 450 तक पहुंच गया है। लोगों को सांस लेने में कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। शहर में धुंध की मोटी चादर पसरी हुई है। दिल्ली में वायु प्रदूषण बढ़ने के चलते पहले ही ग्रेडेड रिस्पॉंस एक्शन प्लान (GRAP-4) लागू कर दिया गया है। वहीं कोहरे को लेकर मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।
आनंद विहार में एक्यूआई 481 पहुंचा
दिल्ली के नेहरू नगर में (480), अलीपुर (471), आनंद विहार (481), CRRI मथुरा रोड (468), जहाँगीरपुरी (468), और रोहिणी में 466 एक्यूआई दर्ज किया गया है। विशेषज्ञों ने प्रदूषण में अचानक वृद्धि के प्राथमिक कारण के रूप में हवा की गति में उल्लेखनीय गिरावट की ओर इशारा किया। उन्होंने बताया कि हवा की कम रफ्तार से स्थानीय प्रदूषक वायुमंडल में जमा हो गए हैं। उन्होंने बताया कि अगले दो दिनों तक एक्यूआई के ‘गंभीर’ श्रेणी में रहने की आशंका है।
दिल्ली के 35 निगरानी केंद्रों में से 28 में वायु गुणवत्ता का स्तर ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया, जबकि कुछ में एक्यूआई 450 को पार कर गया जो ‘अति गंभीर’ श्रेणी में आता है। मंदिर मार्ग, जहांगीरपुरी, नरेला, नेहरू नगर, पटपड़गंज, पंजाबी बाग, रोहिणी, आईटीओ, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, डीटीयू, मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम, मंदिर मार्ग, पूसा, शादीपुर स्थित निगरानी केंद्रों ने एक्यूआई को ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया। अलीपुर, आनंद विहार, अशोक विहार, बवाना, बुराड़ी, सीआरआरआई मथुरा रोड, नॉर्थ कैंपस, ओखला फेज 2, सिरीफोर्ट, सोनिया विहार और विवेक विहार में एक्यूआई ‘गंभीर प्लस’ श्रेणी में दर्ज किया गया।
‘‘ग्रैप’’ का पहला चरण एक्यूआई के 201 से 300 के बीच (खराब श्रेणी) होने पर, दूसरा चरण 301 से 400 के बीच (बहुत खराब) होने पर, तीसरा चरण 401 से 450 के बीच (गंभीर) होने पर और चौथा चरण 450 से अधिक (बहुत गंभीर) होने पर लागू होता है।
पराली जलाने का मौसम खत्म
फिलहाल, दिल्ली के प्रदूषण में पराली जलाने का कोई योगदान नहीं है, क्योंकि पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने का मौसम खत्म हो चुका है। सोमवार को, दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के लिए केंद्र के वायु गुणवत्ता आयोग ने ‘‘ग्रैप’’ के तहत सबसे सख्त चौथे चरण के प्रतिबंध लगाए, जिसमें गैर-जरूरी सामान ले जाने वाले ट्रकों के दिल्ली में प्रवेश पर प्रतिबंध और कक्षा 10वीं और 12वीं को छोड़कर सभी वर्गों को ‘हाइब्रिड मोड’ में अनिवार्य रूप से स्थानांतरित करना शामिल है। चौथे चरण में राजमार्ग, फ्लाईओवर, बिजली लाइनों और पाइपलाइनों जैसी सार्वजनिक परियोजनाओं सहित सभी निर्माण और तोड़फोड़ गतिविधियों पर प्रतिबंध भी शामिल है। गैर-जरूरी सामान ले जाने वाले डीजल ट्रकों को दिल्ली में प्रवेश करने पर प्रतिबंध है। संबंधित घटनाक्रम में, अधिकारियों ने राष्ट्रीय राजधानी के सीमावर्ती क्षेत्रों में वाहनों की जांच तेज कर दी है। (इनपुट-भाषा)