नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस में ट्रांसफर पोस्टिंग में पैसों के खेल पर लगाम लगाने की कोशिश के तहत नए पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थान ने बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने एसएचओ लेवल पर ट्रांसफर पोस्टिंग के लिए स्क्रीनिंग कमेटी को प्रोफाइल चेक करने की जिम्मेदारी दी है। इस स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन होंगे स्पेशल कमिश्नर विजिलेंस बालाजी श्रीवास्तव। इनके आलावा चार स्पेशल कमिशनर इस स्क्रीनिंग कमेटी के मेंबर होंगे। यह कमेटी एसएचओ का प्रोफाइल चेक करेगी और अप्रूवल के बाद ही पोस्टिंग होगी।
इसके अलावा निचले लेवल पर ट्रांसफर पोस्टिंग के लिए डिस्ट्रिक्ट डीसीपी कंडक्ट ’ओपन हाउस’ का कंडक्ट करेंगे। इसी के आधार पर पोस्टिंग होगी। आपको बता दें कि दिल्ली पुलिस में ट्रांसफर पोस्टिंग में पैसों का बड़ा खेल देखते हुए नए पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने यह कदम उठाया है। इसके साथ ही ट्रांसफर पोस्टिंग पर पुलिस कमिश्नर सचिवालय की भी पूरी नजर रहेगी।
आपको बता दें कि राकेश अस्थाना की दिल्ली पुलिस कमिश्नर पर नियुक्ति 31 जुलाई को उनकी सेवानिवृत्ति से कुछ दिन पहले हुई है। इससे पहले वे सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिदेशक के रूप में कार्यरत थे। अस्थाना का कार्यकाल एक साल का होगा। इस तरह के बहुत कम उदाहरण हैं, जब अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश (एजीएमयूटी) कैडर से बाहर के किसी आईपीएस अधिकारी को दिल्ली पुलिस के प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया हो। उन्नीस सौ चौरासी बैच के आईपीएस अधिकारी अस्थाना पहले केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) में विशेष निदेशक रह चुके हैं।
सीबीआई में अपने कार्यकाल के दौरान उनका जांच एजेंसी के तत्कालीन निदेशक आलोक वर्मा के साथ विवाद हो गया था जिसमें दोनों ने एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। दिलचस्प है कि वर्मा सीबीआई निदेशक बनने से पहले दिल्ली पुलिस के आयुक्त थे। जून के अंत में पुलिस आयुक्त पद से एसएन श्रीवास्तव के सेवानिवृत्त होने के बाद वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी बालाजी श्रीवास्तव को पुलिस आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था।