
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने पहाड़गंज इलाके से 23 लड़कियों को रेस्क्यू कराया है, इनमें से तीन लड़कियां नाबालिग हैं और 10 लड़कियां नेपाली मूल की हैं। दरअसल इन सभी लड़कियों को पहाड़गंज जिले में एक घर में रखा गया था। गैंग ने इन सबको सेक्स रैकेट में शामिल कर रखा था। दरअसल पुलिस को इस पूरे सेक्स रैकेट के गोरखधंधे का पता चला, जिसके बाद पुलिस ने इस गैंग के सदस्यों को सर्विलांस पर रखना शुरू कर दिया।
पुलिस ने ट्रैप लगाया और नकली कस्टमर बनकर कुछ पुलिस वालों ने इस गैंग से संपर्क किया। इसके बाद यह गैंग पैसे के लालच में पुलिसवालों के जाल में फंस गया और जैसे ही गैंग के सदस्य लड़की लेकर नकली ग्राहक बने पुलिसवालों के पास पहुंचे तो पुलिस की टीम ने गैंग को पकड़ लिया है। इसके बाद लड़कियों से पूछताछ के बाद पुलिस ने हाइड आउट जगह पर रेड की। इसके अलावा पुलिस ने पहाड़गंज इलाके के होटल God inn और होटल मिनी पैलेस पर भी रेड की, जहां से लड़कियों को रेस्क्यू कराया गया।
7 सदस्यों को गिरफ्तार किया
पुलिस ने इस गैंग के 7 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनमें से पांच बिहार के किशनगंज इलाके के रहने वाले हैं और बाकी दो में से एक दिल्ली और दूसरा पश्चिम बंगाल का रहने वाला है। दरअसल यह सभी सातों आरोपी दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में छोटा-मोटा काम करते थे और तकरीबन 1 से 2 महीने पहले ही नाजिम नाम के शख्स के कहने पर इस अवैध धंधे से जुड़ गए थे। नाजिम इस गैंग का सरगना है और नाजिम भी बिहार के किशनगंज का ही रहने वाला है।
पुलिस के मुताबिक, यह गैंग कस्टमर तक लड़कियों को टू व्हीलर के जरिए भेजता था और लड़कियों को कस्टमर तक भेजने की आवाज में कस्टमर से मोटी रकम वसूलता था। जिन नाबालिक लड़कियों को दिल्ली पुलिस ने रेस्क्यू कराया है, उन्हें शेल्टर होम में भेज दिया गया है।
फिलहाल पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार हुए सभी सातों आरोपियों की वेरिफिकेशन भी की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वह वाकई में किशनगंज के रहने वाले हैं या फिर अवैध रूप से भारत में बसे बांग्लादेशी हैं।