दिल्ली के उपराज्यपाल के आदेश के बाद गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी में दिल्ली पुलिस ने अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के खिलाफ अपने सत्यापन अभियान के दूसरे दिन 32 से अधिक लोगों की पहचान की। पुलिस सूत्रों द्वारा यह जानकारी साझा की गई। उन्होंने बताया कि ये लोग अवैध रूप से पूर्वी दिल्ली के सीमापुरी इलाके में रह रहे हैं। एक अधिकारी ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि विभिन्न पुलिस की टीम झुग्गी-झोपड़ियों वाले इलाकों और दिल्ली के कालिंदी कुंज, शाहीन बाग एवं जामिया नगर में संदिग्ध बांग्लादेशी प्रवासियों के मतदाता पहचान पत्र तथा आधार कार्ड की जांच कर रही है।
उपराज्यपाल के आदेश पर कार्रवाई
दिल्ली के उपराज्यपाल सचिवालय ने मंगलवार को दिल्ली के मुख्य सचिव और पुलिस आयुक्त को राष्ट्रीय राजधानी में रह रहे अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों की पहचान करने तथा उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए दो महीने का विशेष अभियान शुरू करने का निर्देश दिया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘हमारे घर-घर सत्यापन के तहत कई टीम संदिग्ध लोगों के आधार कार्ड नंबर, मतदाता पहचान पत्र नंबर जैसे डेटा एकत्र कर रही हैं। डेटा एकत्र करने के बाद एक रिकार्ड तैयार किया जाएगा जिसे उचित सत्यापन के लिए विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) को भेजा जाएगा।’’
क्या बोले अधिकारी
अधिकारी ने कहा कि एफआरआरओ को डेटा भेजने के अलावा पुलिस व्यक्तिगत रूप से यह भी पता लगाएगी कि आधार कार्ड नकली है या असली और यह किस वर्ष में पंजीकृत है। पुलिस ने कहा कि कुछ निवासियों की पहचान संदिग्ध के तौर पर हुई है और उन्हें कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद निरुद्ध केंद्र (डिटेंशन सेंटर) में भेजे जाने की संभावना है। एक अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि जब ये टीम व्यक्तिगत रूप से जाकर डेटा की जांच करने जाती हैं, तो वे उचित रिकॉर्ड रखने के लिए अपने मोबाइल फोन से पूरी बातचीत को रिकॉर्ड भी कर रही हैं।
32 लोगों की हुई पहचान
बता दें कि दिल्ली के सीमापुरी थाना इलाके में पुलिस तीन दिन से सर्च ऑपरेशन चला रही है। इसके तहत 32 ऐसे लोगो को आइडेंटिफाई किया गया है, जो जांच में बांग्लादेशी लग रहे हैं। उन्होंने खुद स्वीकार किया है कि उनके पूर्वज बांग्लादेश से आए थे। हालांकि इनके पास अपने आधार कार्ड हैं। पर पुलिस को पूरा शक है ये बांग्लादेशी है। इन सबके डॉक्युमेंट्स को FRRO भेजा जाएगा, इनको क्रॉस वेरिफाई किया जाएगा, उसके बाद कन्फर्मेशन के बाद इनको डिपोर्ट करने की कार्यवाही FRRO करेगा।
(इनपुट-भाषा)