संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की इस बार की परीक्षा में 933 कैंडिडेट्स का सेलेक्शन हुआ है। इनमें इशिता किशोर टॉपर बनी हैं। यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में इस बार टॉप चार में लड़कियों का ही दबदबा रहा। इस परीक्षा को पास करने वाले कई ऐसे युवक और युवतियों की कहानी सामने आती है, जिस पर फख्र होता है। इस बार इस परीक्षा को पास करने वाले उन कैंडिडेट्स में से एक दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल राम भजन कुमार भी हैं। इन्होंने 2022 की यूपीएससी परीक्षा में 667वां रैंक हासिल की है।
एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाले 34 वर्षीय राम भजन राजस्थान में एक मजदूर के बेटे हैं। कई चुनौतियों का सामना करने के बावजूद उन्होंने 8वें प्रयास में आखिरकार इस प्रतिष्ठित परीक्षा में सफलता हासिल की। राम भजन की सफलता की यात्रा दृढ़ संकल्प और धैर्य की प्रेरक कहानी है। सीमित संसाधनों वाले परिवार से आने वाले राम भजन को पुलिस अधिकारी बनने के रास्ते में कई बाधाओं का सामना करना पड़ा। हालांकि, उनके अटूट संकल्प और समर्पण ने उन्हें आगे बढ़ाया, जिससे यूपीएससी परीक्षा में उन्होंने कामयाबी हासिल कर ली।
स्कूल के समय में मजदूरी भी करते थे राम भजन
राम भजन अपने माता-पिता के साथ अपने परिवार की जरूरतें पूरी करने के लिए अपने स्कूल के समय में मजदूरी भी करते थे। राजस्थान के दौसा जिले के एक छोटे से गांव बापी के रहने वाले राम भजन कहा कहना है कि उनके माता-पिता मजदूरी कर रोजी-रोटी कमाते थे। उन्होंने बताया, "मैंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव के एक सरकारी स्कूल से प्राप्त की। मुझे 12वीं पास करने के बाद दिल्ली पुलिस में एक कांस्टेबल के रूप में चुना गया। अपनी सेवा के साथ-साथ मैंने ग्रेजुएशन और पोस्टग्रेजुएशन की पढ़ाई राजस्थान यूनिवर्सिटी से सेल्फ स्टडी से की। साल 2012 में हिंदी में नेट/जेआरएफ क्वालीफाई किया।" उन्होंने बताया, "इसी साल मेरी शादी अंजलि कुमारी से हुई। अपने वरिष्ठ अधिकारियों से प्रेरित होकर 2015 में मैंने सिविल सर्विसेज की तैयारी शुरू की। मैंने इसके लिए कोचिंग ली और सेल्फ स्टडी के जरिए तैयारी जारी रखी।"
2018 में पहली बार UPSC मेन्स की परीक्षा दी
साल 2018 में राम भजन ने पहली बार यूपीएससी मेन्स परीक्षा दी, लेकिन इंटरव्यू के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाए। उन्होंने बताया, "इसके बाद लगातार जारी कड़ी मेहनत और लगन के बदौलत आखिरकार 2022 की सिविल सेवा परीक्षा में 667वां रैंक हासिल कर कामयाबी पाई।" परीक्षा की तैयारी के दौरान अपनी दिनचर्या के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, "पुलिस में चुनौतीपूर्ण कर्तव्यों का पालन करते हुए उन्होंने अनुशासन के साथ हर दिन 7-8 घंटे पढ़ाई की और अपनी पत्नी और मां की मदद से अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियां भी पूरी की।"
राम भजन ने कैसे की इंटरव्यू की तैयारी?
राम भजन ने कहा, "मैंने परीक्षा से ठीक पहले तैयारी के लिए एक महीने के लिए छुट्टी भी ली और मुखर्जी नगर से अध्ययन सामग्री खरीदी। फिरोज आलम सर, जो दिल्ली पुलिस में एक कांस्टेबल थे और 2019 में यूपीएससी की परीक्षा पास करने के बाद एसीपी बने, ने मुझ जैसे लोगों की मदद की और उन्हें कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित किया।" राम भजन ने कहा, "आलम सर ने हम जैसे उम्मीदवारों के लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया था, जहां वे टिप्स शेयर करते थे और हमें प्रोत्साहित करते थे। उन्होंने मुझे इंटरव्यू के लिए भी तैयार किया।"
- रिपोर्ट/महेश बोहरा