नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस को काफी मशक्कत के बाद एक बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने गोहत्या रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है जो इस अपराध में शामिल थे। ये गिरोह आवारा गायों की तलाश में रहता था और फिर मौका मिलते ही इन्हें किसी निर्जन प्लॉट पर ले जाकर इन्हें मार देता था और इनके मांस को बेचने का काम करता था। पुलिस ने आसिफ मोहम्मद, मोहनीस और नईम को इस मामले में गिरफ्तार किया है।
दरअसल दिल्ली पुलिस के पास लगातार ऐसी शिकायतें आ रही थी कि गायों की हत्या की जा रही है। पुलिस को इसका कोई सुराग नहीं मिल पा रहा था। गायों के गायब होने के बाद कहीं से उसके शरीर के अवशेष बरामद होते थे। दिल्ली पुलिस ने इस पूरे मामले की तफ्सील से जांच शुरू की कि आखिर कौन लोग इस तरह का काम कर रहे हैं।
70 किलोमीटर के दायरे में करीब 1350 सीसीटीवी कैमरे का फुटेज खंगालने और 60 हजार मूवमेंट पास जांचने के बाद आखिरकर दिल्ली पुलिस को इस रैकेट का पर्दाफाश करने में सफलता मिल ही गई। तीनों आरोपी इस अवैध कारोबार के लिए एपीएमसी के कर्फ्यू पास का उपयोग करते थे। पुलिस के मुताबिक ये लोग आवारा पशुओं या गायों को किसी निर्जन जगह या निर्जन खाली प्लॉट पर ले जाते थे और मौका मिलते ही वहीं उसे मार देते थे। इसके बाद मृत गायों के शरीर का मांस निकाल कर उसे बेचन का धंधा करते थे।
पुलिस के मुताबिक आरोपी मोहम्मद पर पहले से ही दो दर्जन मामले दर्ज हैं वहीं नईम ओखला में मीट शॉप चलाने में अपने पिता की मदद करता था। दरअसल 16 मई को दिल्ली पुलिस को आउटर दिल्ली के बपरौला गांव से गोहत्या की शिकायत मिली थी। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो कटी हुई गाय के कुछ अवशेष वहां पड़े थे जबकि बाकी हिस्सा गायब था। इसी दिन बपरौला के दास गार्डेन से भी ऐसी ही शिकायत मिली। पुलिस ने घटनास्थल पर यहां भी देखा कि कटी हुई गाय के कुछ अवशेष थे जबकि बाकी हिस्सा गायब था। इसके बाद पुलिस ने टीम का गठन कर इस मामले की जांच शुरू कर दी और काफी मशक्कत के बाद आरोपियों को धर-दबोचा।