Highlights
- धोखधड़ी के कई मामलों में पुलिस को थी तलाश
- बीएसएफ में रसोइये के तौर पर कर चुका है काम
Delhi Police : दिल्ली पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच (Crime Branch) ने 100 करोड़ से ज्यादा की धोखाधड़ी के मामले में एक शख्स को गिरफ्तार किया है। आरोपी की 59 अलग-अलग मामलों में तलाश थी। आरोपी का नाम ओमा राम है और वह जोधपुर का रहनेवाला है। राजस्थान में धोखधड़ी के कई मामलों में पुलिस को ओमा राम की तलाश थी।
बीएसएफ में रसोइये का काम कर चुका है आरोपी
दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच को यह जानकारी मिली कि ओमा राम अपने किसी जानकारी से मिलने के लिए रोहिणी आनेवाले है। इसी सूचना के आधार पर पुलिस ने दबिश देकर ओमा राम को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार शख्स 2004 से 2006 के बीच बीएसएफ में रसोइए के तौर पर काम कर चुका है। पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि बीएसएफ में रसोइया की नौकरी इसलिए छोड़ दी ताकि वह कुछ ऐसा कर सके जिससे वह अमीर बन जाए।
2007 में खोली थी सिक्योरिटी एजेंसी
2007 में उसने जयपुर में एक सिक्योरिटी एजेंसी खोली। उन्होंने 60 कर्मचारियों की भर्ती की। इसके बाद धीरे-धीरे उसने कई कंपनियां बनाई और लोगों को ठगता रहा। उसकी कंपनी नए सदस्यों के जुड़ने पर कमीशन देती थी। उसकी कंपनी में हजारों लोग सदस्य के तौर पर जुड़े और उन्होंने पैसे का निवेश किया।वर्ष 2011 में राजस्थान में कंपनी के खिलाफ बड़ी संख्या में आपराधिक मामले और आपराधिक शिकायतें दर्ज की गईं। वह फरार हो गया।
2014 से दिल्ली में कर रहा था प्रॉपर्टी डीलिंग का कारोबार
इसके बाद वह इंदौर चला गया और वहां भी कुछ कारोबार करने लगा लेकिन धंधा जम नहीं पाया। साल 2014 में वह दिल्ली आ गया और प्रॉपर्टी डीलिंग करने लगा। आखिरकार खुफिया सूचना के आधार पर दिल्ली पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। ओमा राम की गिरफ्तारी दिल्ली पुलिस की एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।