दिल्ली पुलिस को आज एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। दिल्ली पुलिस ने गोगी और टुंडा गैंग के दो शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है। बीते दिनों इन अपराधियों के इशारे पर अलीपुर के एक व्यापारी से ₹50 लाख की वसूली करने के लिए उसकी हार्डवेयर की दुकान पर फायरिंग की गई थी। इसके बाद से ही पुलिस मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही थी, पुलिस को जांच में पता चला कि इन दोनों बदमाशों के इशारे पर अलीपुर में एक हार्डवेयर की दुकान में घुसकर, मोटरसाइकिल पर 03 व्यक्ति आए और काउंटर पर बैठे व्यक्ति पर गोली चलाई थी। हालांकि जांच के दौरान पुलिस ने कई आरोपियों को गिरफ्तार किया था, वहीं, आज पुलिस ने इन दोनों को भी गिरफ्तार किया है।
मामूली बात किया था झगड़ा
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, आज क्राइम ब्रांच ने गोगी गैंग के बदमाश दिनेश कराला और टुंडा गैंग के योगेश नाम के शातिर अपराधी को गिरफ्तार किया है। दिनांक 10 जून 2023 को बुध विहार इलाके में किसी मामूली बात पर झगड़ा हुआ जिसके बाद अशरू, लालू ,अजरू, दीपक, पलटू, गौरव और बाबू नामक आरोपियों ने शिकायतकर्ता के घर घुसकर गोलियां चलाईं थी। इस मामले में पुलिस ने IPC की धारा 279/23, धारा 307/34 व 25/27 आर्म्स एक्ट के तहत थाना बुद्ध विहार में एफआईआर दर्ज की थी, मामले में उसी दौरान बाकी सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन आरोपी अशरू, लालू और अजरू फरार चल रहे थे। उत्तरी रेंज-II की क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपी अशरू, लालू , अजरू को गिरफ्तार किया है। मामला दर्ज होने के बाद से ही ये फरार चल रहे थे।
देहरादून में छिपा हुआ था आरोपी
प्रधान सिपाही अशोक को गुप्त सूचना प्राप्त हुई की आरोपी देहरादून, उत्तराखंड में छुपा हुआ है, प्रधान सिपाही प्रदीप ने जानकारी से आरोपी की सही लोकेशन का पता लगा लिया गया। इसके बाद आरोपी को पकड़ने के लिए उपायुक्त संजय भाटिया के द्वारा सहायक आयुक्त नरेंद्र सिंह की देखरेख में व निरीक्षक संदीप तुषीर के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। जिसमें उप-निरीक्षक संजीव गुप्ता, उप-निरीक्षक योगेश दहिया, उप-निरीक्षक सतेंद्र दहिया, सहायक उप-निरीक्षक परवीर, प्रधान सिपाही प्रदीप, प्रधान सिपाही अशोक और सिपाही विशाल शामिल थे। उपरोक्त सूचना के आधार पर जाल बिछाया गया व आरोपी को 1 देसी पिस्तौल व 2 जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी अशरू, लालू , अजरू दिल्ली का रहने वाला है व 9 वीं कक्षा तक पढ़ा है, वह कुख्यात जितेंद्र, गोगी - दिनेश, कराला गिरोह का शूटर है। उसका बड़ा भाई नसरू भी जितेंद्र, गोगी गैंग का सक्रिय सदस्य है। आरोपी ने गैंगस्टर दिनेश कराला और योगेश टुंडा के इशारे पर अलीपुर के एक व्यापारी से ₹50 लाख की वसूली करने के लिए उसकी हार्डवेयर की दुकान पर फायरिंग की थी।
क्या था मामला
10 जून 2023 को बुध विहार के इलाके में किसी मामूली बात पर झगड़ा हुआ जिसके बाद अशरू, लालू, अजरू, दीपक , पलटू, गौरव और बाबू नामक आरोपीयों ने शिकायतकर्ता के घर घुस कर गोलियां चलाईं। इस मामले में बुद्ध विहार थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी, मामले में बाकी सभी आरोपीयों को गिरफ्तार कर लिया गया था, पर आरोपी अशरू, लालू, अजरू गिरफ्तारी से बच रहे थे। वहीं, एक अन्य पुराने मामले में भी ये संलिप्त थे। ये मामला 12 जनवरी 2019 को दिल्ली के गांव अलीपुर में हुआ था। अलीपुर में एक हार्डवेयर की दुकान में मोटरसाइकिल पर 03 व्यक्ति आए और काउंटर पर बैठे व्यक्ति पर गोली चला दी। इस लेकर भी अलीपुर थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी। पुलिस को जांच के दौरान, पता चला कि अशरू, लालू, अजरू ने अपने सहयोगियों आकाश, खब्बू और अनुराज के साथ उक्त घटना को अंजाम दिया था। बाद में, आरोपी अशरू, लालू, अजरू और उसके दोनों सहयोगियों को अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ के दौरान उन्होंने खुलासा किया कि 50 लाख की रंगदारी के लिए और सभी कारोबारियों के मन में डर पैदा करने के लिए उन्होंने दुर्दांत अपराधी योगेश टुंडा के इशारे पर हार्डवेयर की दुकान पर गोलियां चलाई थी। इसके अलावा आरोपी योगेश टुंडा को भी इस मामले में गिरफ्तार कर लिया गया था।
ये भी पढ़ें:
महिला कांस्टेबल की हत्या की गुत्थी सुलझी, साथी हेड कांस्टेबल गिरफ्तार, नाले से कंकाल हुआ था बरामद