दिल्ली पुलिस ने खालिस्तान समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू के गुर्गे को पकड़ा है। उसने 27 सितंबर को कश्मीरी गेट बस टर्मिनल (ISBT) पर प्रो-खालिस्तानी नारे लिखे थे। पुलिस के मुताबिक, आरोपी की पहचान मलक सिंह उर्फ मलिक के रूप में हुई है। पन्नू प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) का मुखिया है। दिल्ली में सितंबर में एक फ्लाईओवर पर खालिस्तान समर्थक ग्रैफिटी बनाए जाने के बाद कुछ घंटे बाद ही SFJ ने एक वीडियो जारी कर नारे लिखने की जिम्मेदारी थी।
खालिस्तान के समर्थन में नारे लिखे गए
दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने हरियाणा से एक युवक को हिरासत में लिया है। हिरासत में लिए गए युवक को लेकर संदेह है कि उसी ने गुरपतवंत सिंह पन्नू के कहने पर दिल्ली एवं देश के अन्य हिस्सों में प्रो-खालिस्तानी नारे लिखे थे। बताया जा रहा है कि इस संबंध में पंजाब में छापेमारी जारी है। कश्मीरी गेट फ्लाईओवर पर खालिस्तान के समर्थन में और भारत विरोधी नारे लिखे पाए जाने के बाद पुलिस ने 27 सितंबर को एक प्राथमिकी दर्ज की थी।
मालक सिंह को कैथल से किया गया गिरफ्तार
दिल्ली के विशेष पुलिस आयुक्त एचजीएस धालीवाल ने कहा, "कुरुक्षेत्र के रहने वाले मालक सिंह उर्फ मलिक को स्पेशल सेल की टीम ने एक दिन पहले कैथल से गिरफ्तार किया था। उसने 27 सितंबर को कश्मीरी गेट पुलिस स्टेशन की सीमा में ग्रैफिटी बनाया था। उसी के संबंध में मामला दर्ज किया गया था। उन्होंने पहले दो मौकों पर ग्रैफिटी बनाए थे। दोनों मौकों पर यह गुरपतवंत सिंह पन्नून के निर्देश पर किया गया था। उसे स्पेशल सेल ने पकड़ लिया था, इसलिए इस बार उन्होंने अधिक सावधानी बरती। उससे पूछताछ के मुताबिक, यह इस साल उसके द्वारा की गई चौथी ऐसी घटना है। उसे विश्व कप फाइनल से पहले ग्रैफिटी बनाने का भी काम सौंपा गया था, लेकिन हमारी टीम ने उससे पहले ही उसे पकड़ लिया।''
"विश्व कप बहुत ज्यादा देखे जाने वाला कार्यक्रम था"
उन्होंने कहा, "विश्व कप बहुत ज्यादा देखे जाने वाला कार्यक्रम था और वे किसी स्थान पर ग्रैफिटी बनाना यानी खालिस्तानी समर्थक नारा लिखना चाहते थे। ऐसा दिन चुनना चाहते थे जो उनके कार्य को और भी अधिक उजागर करे। उन्हें कुछ हजार रुपये दिए गए थे, लेकिन उन्हें जो मुख्य प्रलोभन दिया गया था वह यह था कि उस दिन या उस जगह ग्रैफिटी बनाए जहां से ज्यादा दिख सके और फिर नेपाल पहुंच जाए, जहां से उन्हें किसी तरह कनाडा लाया जाएगा।"