दिल्ली पुलिस ने दिल्ली मेट्रो की ब्लू लाइन (नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी से द्वारका) पर केबल चोरी की घटना का खुलासा कर दिया है। दरअसल 5 दिसंबर को पुलिस को कीर्ति नगर और मोती नगर मेट्रो स्टेशन के बीच सिग्नलिंग केबल चोरी होने की सूचना मिली थी। पुलिस ने इस मामले में बीएनएस और डीएमआरसी अधिनियम की धारा 74 के तहत मामला दर्ज किया था। इस घटना में शामिल गिरोह के 11 में से 4 सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने इनके कब्जे से चोरी की गई 55 मीटर केबल, टाटा एस लोडर वाहन और 2 मोबाइल फोन को बरामद किया है।
दिल्ली मेट्रो के ब्लू लाइन पर केबल की चोरी
बता दें कि इस गिरोह के अन्य सदस्य फरार हैं। पुलिस उनके संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। बता दें कि घटना 5 दिसंबर की है। यहां डीएमआरसी के सिग्नलिंग विभाग ने राजा गार्डन मेट्रो थाने को इसकी सूचना दी थी कि सिग्नलिंग ट्रैक सर्किट अलार्म में समस्या आ रही है। डीएमआरसी कर्मचारियों द्वारा जांच करने पर पाया गया कि मोती नगर और कीर्ति नगर मेट्रो स्टेशन के बीच 140 मीटर लंबी केबल काटी गई है। यह केबल मेट्रो ट्रेनों की लोकेशन का पता लगाने के लिए ट्रैक सर्किट को डेटा भेजने के लिए उपयोग की जाती है।
पुलिस ने चोरों को किया गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में की जांच की और घटना का खुलासा किया। पुलिस ने इस मामले में राशिद मलिक, शाहरुख मलिक, रमजान और जुनैद को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी रस्सियों और हुक का इस्तेमाल कर मेट्रो पिलरों पर चढ़ते थे। चोरी की गई केबल को वाहन में लादकर ले जाया जाता था और उसे बेचने के लिए गोडाउन में रखा जाता था। दिल्ली मेट्रो पुलिस ने अबतक 44 में से 22 चोरी के मामलों को सुलझाया है और 53 अपराधियों को गिरफ्तार किया है।
डीएमआरसी का बयान
इस घटना को लेकर डीएमआरसी के प्रधान कार्यकारी निदेशक ने कहा, डीएमआरसी दिल्ली पुलिस द्वारा 5 दिसंबर को मोतीनगर और कीर्ति नगर मेट्रो स्टेशनों (ब्लू लाइन) के बीच सिग्नलिंग केबल चोरी मामले को सुलझाने के लिए आरोपियों को गिरफ्तार करने में की गई त्वरित कार्रवाई की सराहना करता है। यह जनता के लिए मेट्रो सेवाओं में व्यवधान से बचने के लिए सकारात्मक कदम है।