नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) पर किसानों की ट्रैक्टर परेड हिंसा मामले को लेकर दिल्ली पुलिस ने बड़ा ऐलान किया है। दिल्ली पुलिस ने ट्रैक्टर परेड हिंसा में बहुत ही अधिक गंभीर रूप से घायल हुए अपने कर्मियों के लिए 25,000 रूपए और गंभीर रूप से घायल हुए कर्मियों के लिए 10,000 रूपए के मुआवजे की घोषणा की है। बता दें कि, तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में 26 जनवरी को किसानों द्वारा निकाली गई ट्रैक्टर परेड में हिंसा की वजह से दिल्ली में अफरातफरी मच गई थी। हिंसा में करीब 394 पुलिसकर्मी घायल हुए थे, उनमें से कई अब भी अस्पतालों में भर्ती हैं।
दिल्ली पुलिस ने सोमवार को बताया कि 26 जनवरी की ट्रैक्टर रैली हिंसा के मामले में अब तक कुल 44 FIR दर्ज़ की गई हैं और 128 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने 26 जनवरी की हिंसा के सिलसिले में एक व्यक्ति आकाश प्रीत सिंह को गिरफ्तार किया है। उस पर CISF कर्मियों पर तलवार से हमला करने का आरोप है। साथ ही दिल्ली पुलिस ने लाल किले पर हुई हिंसा और प्राचीर पर धार्मिक झंडा लगाने के संबंध में राजद्रोह का भी मामला दर्ज किया है और जांच जारी है।
गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के संबंध में दिल्ली पुलिस ने किसान नेताओं समेत 50 लोगों को नोटिस भेजा है। इससे पहले दिल्ली पुलिस ने 44 लोगों के विरुद्ध नोटिस जारी किया था। साथ ही शनिवार तक दिल्ली पुलिस को जनता से 1,700 वीडियो क्लिप और सीसीटीवी फुटेज भी प्राप्त हुए जिनसे हिंसा से संबंधित जांच में सहायता मिल सकती है।
दिल्ली पुलिस के दल, पंजाब और हरियाणा समेत राष्ट्रीय राजधानी के बाहर कई स्थलों पर जांच कर रहे हैं और हिंसा में शामिल लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है। अधिकारियों के मुताबिक, पुलिस उन लोगों की तलाश भी कर रही है जिन्होंने लाल किले पर झंडा लगाया था। फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला के दल साक्ष्य एकत्र करने के लिए गाजीपुर, लाल किला और आईटीओ भी गए थे।