नई दिल्ली. देश की राजधानी नई दिल्ली में कोरोना की दूसरी लहर की वजह से हाहाकार मचा हुआ है। दिल्ली शहर लगातार ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहा है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि ICU बेड की दिक्कत है, हमने केंद्र सरकार से 700-800 ICU बेड देने का अनुरोध किया है। दिल्ली में पिछले 3 दिन से ऑक्सीजन की गंभीर समस्या चल रही है। कल 378 मीट्रिक टन ऑक्सीजन भी नहीं आ पाया था इसलिए कल बहुत गंभीर समस्या आई थी। उनसे जब ये सवाल किया गया कि किस अस्पताल में कितनी ऑक्सीजन बाकी है तो उन्होंने बताया कि हर अस्पताल में ऑक्सीजन को लेकर अलग-अलग स्थिति है। कुछ में सिर्फ 6 घंटे की ऑक्सीजन बाकी है, कुछ में 8 और कुछ में 10 घंटे की। हम इसे कंफर्टेबल स्थिति नहीं कह सकते।
दिल्ली में ऑक्सीमीटर और ऑक्सीजन संकेद्रक की मांग बढ़ी
दिल्ली में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच लोग ‘इलाज एवं बचाव’ के लिए महंगे ऑक्सीजन संकेंद्रक (कंस्ट्रेटर) हो या अपेक्षाकृत सस्ते भाप लेने वाले उपकरण की बड़े पैमाने पर खरीददारी कर रहे हैं जिससे इन चिकित्सा उपकरणों की भारी किल्लत देखने को मिल रही है। अस्पतालों में ऑक्सीजन और बिस्तरों की कमी की खबरों के बीच लोग दवा की दुकानों पर जाकर ‘चिकित्सा जरूरी’ उपकरणों जैसे ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर, ऑक्सीजन कैन आदि की खरीददारी कर रहे हैं।दिल्ली के कारोबारी दिनेश थापा ने बताया, ‘‘यह सामान्य परिस्थिति नहीं हैं। सभी संक्रमित होने को लेकर डरे हुए हैं और हर उस चीज को खरीद लेना चाहते हैं जिससे उनके परिवार की रक्षा हो सके और खुदा न खास्ता अगर कोई सदस्य संक्रमित होता है तो उनका इलाज किया जा सके।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पिछले साल हम मास्क, सेनिटाइजर और इफ्रारेड थर्मामीटर खरीद रहे थे। इस साल संक्रमण की दूसरी लहर की वजह से लोग ऑक्सीमीटर, ऑक्सीजन स्प्रे और यहां तक कि ज्यादा महंगे ऑक्सीजन संक्रेदक भी परिवार के लिए खरीदने की योजना बना रहे हैं।’’
डर के इस माहौल का असर बाजार पर भी साफ तौर पर दिख रहा है। अभूतपूर्व मांग की वजह से कई दवा की दुकानों पर ऑक्सीमीटर और ऑक्सीजन संकेद्रक का स्टॉक खत्म हो रहे हैं। रमेश नगर स्थित किरण मेडिको के गौरव आरोड़ा बताते हैं, ‘‘ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर की बिक्री बहुत तेजी से हो रही है। इस समय मेरी दुकान में ऑक्सीमीटर नहीं है। इस समय इन सामानों की 60 से 70 प्रतिशत तक की कमी है। ऐसी स्थित पिछले साल भी नहीं थी।’’