Delhi news: दिल्ली के तीस हजारी इलाके में स्थित एक प्राइवेट स्कूल के बाहर पेरेंट्स के एक समूह ने सोमवार को विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि स्कूल के अंदर उनके बच्चों पर सीनियर छात्रों ने ब्लेड से हमला किया और अपशब्द कहे। अभिभावकों ने यह भी आरोप लगाया कि कक्षा 9 के छात्रों द्वारा उनके बच्चों की पानी की बोतलों में कुछ गोलियां मिला दी गईं। जिस वजह से उनमें से कुछ की हालत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा। हालांकि आरोपों पर स्कूल अधिकारियों को भेजे गए कॉल और ईमेल का कोई जवाब नहीं मिला।
मामले को आपस में ही सुलझा लिया गया
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि इस मुद्दे को माता-पिता और स्कूल के अधिकारियों ने पारस्परिक रूप से सुलझा लिया है और कोई शिकायत नहीं मिली है। स्कूल में गाली-गलौज की शिकायत करने वाले कई बच्चों के माता-पिता स्कूल के बाहर जमा हुए और नारेबाजी की। सातवीं कक्षा की एक छात्रा के पिता दिलशाद ने दावा किया कि उनकी बेटी ने उक्त पानी पीने के बाद उल्टी की और उसके मुंह से झाग आ रहा था।
दिलशाद ने कहा, ‘‘क्लास टीचर ने मुझे इसके बारे में प्रिंसिपल से बात नहीं करने के लिए कहा और कहा कि वह इस मामले को देखेंगी। हालांकि, उसके द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई और मैंने 22 अगस्त को स्कूल जाने की योजना बनाई। तब क्लास टीचर ने मुझे बताया कि उन्होंने सीसीटीवी फुटेज की जांच की और मेरी बेटी की पानी की बोतल में किसी को कुछ मिलाते हुए नहीं पाया।’’
प्रिंसिपल ने दिया लिखित आश्वासन
आठवीं क्लास की एक छात्रा के पिता मोहम्मद अब्बास ने कहा कि उनकी बेटी पिछले 15 से 20 दिनों से स्कूल में 'ब्लेड हमले' की घटनाओं की शिकायत कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘स्कूल प्रिंसिपल ने और सीसीटीवी कैमरे लगाने पर सहमति जताई है और आश्वासन दिया है कि स्कूल के अंदर और गार्ड तैनात किए जाएंगे। हमें यह भी आश्वासन दिया गया कि छात्रों के बैग की उनकी कक्षाओं से पहले अच्छी तरह से जांच की जाएगी।’’
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘प्रिंसिपल से लिखित आश्वासन मिलने के बाद माता-पिता चले गए।’’ दिल्ली अभिभावक संघ की अध्यक्ष अपराजिता गौतम ने कहा कि स्कूल को जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए और विद्यार्थियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना स्कूल का कर्तव्य है।