Highlights
- दक्षिण-पश्चिम दिल्ली में कूड़े के ढेर से मिली नवजात
- एक निजी अस्पताल में भर्ती कराई गई मासूम बच्ची
- कूड़े में पड़ी खुले में बारिश में भीग रही थी मासूम
Delhi News: दिल्ली में एक नवनजात बच्ची को कूड़े के ढेर से बचाकर जीवनदान मिला है। बच्ची की हालत नाजुक है और दिल्ली पुलिस ने उसे फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया है। दरअसल, दक्षिण-पश्चिम दिल्ली में कूड़े के ढेर में एक नवजात बच्ची के पड़े होने सूचना मिली। खबर मिलते ही पुलिस वहां पहुंची और बच्ची को बचाया। नवजात का इलाज दिल्ली के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। अस्पताल की ओर से जारी एक वक्तव्य में शनिवार को ये जानकारी दी गयी।
बच्ची बेहद कमजोर और हाइपोथर्मिक हालात में है
बताया जा रहा है कि नवजात बच्ची बाहर खुले में बारिश में भीग रही थी और उसकी गर्भनाल भी नहीं काटी गयी थी। वसंत कुंज में फोर्टिस अस्पताल के चिकित्सकों के मुताबिक बच्ची बेहद कमजोर और हाइपोथर्मिक अवस्था में थी। उसका अभी इलाज चल रहा है। चिकित्सकों के मुताबिक बच्ची को यहां रजोकरी गांव में हरिजन बस्ती से खोजा गया और स्थानीय पुलिस ने उसे अस्पताल की आपातकालीन यूनिट में इलाज के लिए भर्ती कराया। अस्पताल ने कहा कि दो राहगीरों ने बच्ची का पता लगाया और पुलिस को इस बारे में सूचित किया। अस्पताल के मुताबिक बच्ची अभी गंभीर स्थिति में नवजात गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में भर्ती है और किसी अतिरिक्त या अंतर्निहित चिकित्सा स्थिति के लिए चिकित्सकों द्वारा उसका आकलन किया जा रहा है।
करीब तीन दिन की है नवजात बच्ची
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक शनिवार सुबह आठ बजकर 12 मिनट पर पुलिस को रजोकरी बस स्टैंड पर कूड़े में पड़ी एक बच्ची के मिलने की सूचना मिली थी। दक्षिण-पश्चिमी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त मनोज सी के मुताबिक पुलिस मौके पर पहुंची और फोन करने वाले से मिली, जिसने बताया कि उसने करीब तीन दिन की एक नवजात बच्ची को अपने घर के पास कूड़े के ढेर में पड़ा देखा। उसने पुलिस को फोन किया और कहा कि बारिश होने के कारण वह बच्ची को अपने घर ले गया। पुलिस उपायुक्त के मुताबिक इसके बाद बच्ची को पुलिस को सौंप दिया गया और फोर्टिस अस्पताल, वसंत कुंज ले जाया गया, जहां उसका प्राथमिक उपचार चल रहा है और उसकी सेहत स्थिर है। कानून के तहत आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। डॉ राहुल नागपाल, निदेशक और विभागाध्यक्ष, बाल रोग, फोर्टिस अस्पताल के नेतृत्व में चिकित्सकों की एक टीम बच्ची के स्वास्थ्य की निगरानी कर रही है।