Highlights
- रोहिणी के सेक्टर-9 में पार्किंग में मिला संदिग्ध बैग
- स्वतंत्रता दिवस से पहले दिल्ली में हाई अलर्ट
- कुछ ही महीने पहले सीमापुरी में बैग से मिला था IED
Delhi News: स्वतंत्रता दिवस से कुछ ही दिन पहले दिल्ली के रोहिणी इलाके में गुरुवार को एक संदिग्ध बैग मिला। इस बैग की सूचना मिलते ही सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि ये संदिग्ध बैग रोहिणी सेक्टर-9 के डीसी चौक के पास पार्किंग एरिया में मिला था। पुलिस ने कहा कि बम डिटेक्शन और निरोधक दस्ते साथ ही खोजी कुत्ते घटनास्थल पर पहुंचे। बता दें कि हर साल स्वतंत्रता दिवस से पहले राजधानी दिल्ली में किसी तरह की आतंकी गतिविधियों के मद्देनजर सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर आ जाती हैं। बैग की अच्छी तरह से जांच के बाद दिल्ली पुलिस ने बताया कि उसमें कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है।
सीमापुरी की इमारत में बैग से मिला था IED
गौरतलब है कि इससे पहले फरवरी में पुलिस ने उत्तर पूर्वी दिल्ली के पुरानी सीमापुरी इलाके के एक घर में मिले बैग से आईईडी बरामद की थी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था कि राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) ने बैग में आईईडी होने की पुष्टि की। सीमापुरी के एक घर में संदिग्ध बैग मिलने की सूचना के बाद विशेष प्रकोष्ठ की टीमें मौके पर पहुंची थी। एक दमकल की गाड़ी, एनएसजी और फॉरेंसिक की टीम भी मौके पर पहुंची थी। आधिकारिक सूत्रों ने बताया था कि एनएसजी के बम निष्क्रिय करने वाले दस्ते को इमारत की दूसरी मंजिल से बरामद किए गए बैग से आईईडी मिली। उन्होंने बाद में इसे सुरक्षित जगह पर निष्क्रिय किया था। एक स्थानीय निवासी ने बताया था, "जिस इलाके से विस्फोटक मिला है वहां रहने वालों को निकाल लिया गया है। पुलिस ने हमें बताया कि उन्हें उस घर में रहने वाले किराएदारों के बारे में पता चला है जो अब फरार हैं।"
गाज़ीपुर फूल मंडी में मिला था विस्फोटक से भरा बैग
जनवरी में पूर्वी दिल्ली के गाज़ीपुर फूल मंडी से एक लावारिस बैग से आईईडी मिली थी जिसमें आरडीएक्स और अमोनियम नाइट्रेट भरा था। इसे बाद में निष्क्रिय कर दिया गया था। यह घटना 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह से पहले हुई थी, जिसके लिए राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा तंत्र पहले से ही हाई अलर्ट पर था। दिल्ली के गाजीपुर और ओल्ड सीमापुरी में मिली आईईडी की जांच कर रही पुलिस ने पाया था कि दोनों आईईडी का डिजाइन और उनमें इस्तेमाल सामान एक जैसे हैं और उनका मानना है कि दोनों जगहों के नजदीक खड़ी मोटरसाइकिल चोरी की थी। जांचकर्ताओं का मानना है कि एक महीने के भीतर दो स्थानों पर आईईडी रखने वाला व्यक्ति एक ही है।