नई दिल्ली: दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने रविवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को पत्र लिखा। पत्र के जरिए उन्होंने हरियाणा सरकार से अनुरोध किया कि मुनक नहर से राष्ट्रीय राजधानी के लिए 1,050 क्यूसेक पानी छोड़ा जाए, अन्यथा अगले एक-दो दिन में दिल्ली में बड़ा संकट पैदा हो सकता है। पत्र में उन्होंने कहा कि दिल्ली में सात जलशोधन संयंत्र (WTP) यमुना से जल की आपूर्ति पर निर्भर हैं और कच्चे पानी की कमी के कारण हमारे जलशोधन संयंत्र अपनी अधिकतम क्षमता पर काम करने में असमर्थ हैं। उन्होंने कहा कि मुनक से दिल्ली को करीब 1,050 क्यूसेक पानी मिलना चाहिए, लेकिन आपूर्ति कम हो गई है। आतिशी ने कहा, ‘‘मुनक नहर से पानी घटकर 840 क्यूसेक रह जाने से दिल्ली अपने सात जल संयंत्रों से पर्याप्त पानी नहीं जुटा पाएगी।’’
हरियाणा के सीएम को लिखा पत्र
उन्होंने पत्र में कहा, "अगर हरियाणा आज पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं छोड़ता है तो अगले एक-दो दिन में दिल्ली में बड़ा संकट पैदा हो जाएगा, इसलिए मैं आपसे विनम्र अनुरोध करती हूं कि मुनक नहर से दिल्ली के लिए 1,050 क्यूसेक पानी छोड़ा जाए।" पत्र में कहा गया, "जैसा कि आप जानते हैं, दिल्ली अपनी दैनिक जरूरतों के लिए यमुना के पानी पर निर्भर है। पिछले कुछ दिनों से हरियाणा मुनक नहर में पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं छोड़ रहा है। इसके परिणामस्वरूप राष्ट्रीय राजधानी में रहने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।"
उपराज्यपाल से मांगा समय
इसके अलावा आतिशी ने रविवार को कहा कि उन्होंने हरियाणा द्वारा राष्ट्रीय राजधानी में मुनक नहर के जरिए ‘‘अपर्याप्त’’ मात्रा में पानी छोड़े जाने पर चर्चा के लिए उपराज्यपाल वी के सक्सेना के साथ एक आपात बैठक का समय मांगा है। मंत्री ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में लिखा कि दिल्ली को इस नहर से 1,050 क्यूसेक पानी मिलना चाहिए, लेकिन यह घटकर केवल 840 क्यूसेक रह गया है। उन्होंने कहा, "दिल्ली के माननीय उपराज्यपाल से आपात बैठक के लिए समय मांगा है ताकि हरियाणा द्वारा मुनक नहर से अपर्याप्त पानी छोड़े जाने के बारे में उन्हें अवगत कराया जा सके।’’ उन्होंने कहा, "माननीय उपराज्यपाल केंद्र सरकार के प्रतिनिधि हैं। उनसे हस्तक्षेप करने और स्थिति को सुलझाने का अनुरोध किया जाएगा।" (इनपुट- भाषा)
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