लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर सभी पार्टियां अपनी-अपनी राजनीतिक तैयारियों में जुटी हुई हैं। एनडीए गठबंधन के घटक दल हो या फिर इंडी गठबंधन के घटक दल। सभी एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं और अपने काम को दिखाकर लोकसभा चुनाव में वोट देने की अपील कर रहे हैं। इसी बीच दिल्ली की मंत्री और आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने एक बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि जब दिल्ली में हमारी सरकार बनी तो हम 'घर-घर राशन' योजना को शुरू करना चाहते थे। लेकिन केंद्र सरकार ने दिल्ली के उपराज्यपाल के माध्यम से इसके कार्यान्वयन को रोक दिया।
आतिशी ने की वोट देने की अपील
उन्होंने कहा, 'शनिवार को अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान ने इस योजना को पंजाब में लॉन्च किया।' इस योजना का लाभ 17 लाख से अधिक लाभार्थियों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि मैं दिल्ली के लोगों से अपील करती हूं कि अगर आप चाहते हैं कि यह योजना दिल्ली में भी लागू की जाए, तो 2024 के लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को वोट दें। आतिशी ने दावा किया कि इस योजना के तहत 70 लाख लाभुकों को घर पर ही राशन मिलेगा। आतिशी ने कहा कि दिल्ली और पूरे देश में जो गरीब वर्ग के लोग हैं, सरकार उनको राशन देने के लिए एक पूरी व्यवस्था बनाती है। हर गरीब के पास एक राशन कार्ड होता है, जिसके जरिए उसे गेहूं, चावल या चीनी जैसे अन्य सामान मिलते हैं।
'घर-घर राशन' पर क्या बोलीं आतिशी
आतिशी ने इस बाबत कहा कि कई बार राशन देने वाला व्यक्ति बहाना बनाकर गरीबों को राशन देने से इनकार कर देता है। अक्सर गरीबों को पूरा राशन भी नहीं मिलता है। कभी उन्होंने गेहूं मिलता है तो चावल नहीं, कभी चावल मिलता है तो गेहूं नहीं। इसके अलावा उन्हें कई बार राशन आवंटित करने वालों की बदतमीजी का सामना करना पड़ता है। आतिशी ने कहा कि हम सब ने देखा है कि जब भी कोई राशन बांटने वालों के खिलाफ आवाज उठाता है तो उन एक्टिविस्टों पर हमला किया जाता है। राशन आवंटित करने वाले किसी भी माफिया से कम बिल्कुल नहीं हैं।