नई दिल्ली: दिल्ली के नरेला और आसपास के इलाकों में रहनेवालों के लिए अच्छी खबर है। केंद्र सरकार ने रिठाला-नरेला-कुंडली मेट्रो कॉरिडोर के निर्माण के लिए आवास और शहरी कार्य मंत्रालय-डीडीए के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। दिल्ली के राजभवन ने यह जानकारी दी है। 26.5 किलोमीटर लंबे इस कॉरिडोर पर कुल 21 स्टेशन होंगे। इसे कुल चार साल की अवधि में पूरा किया जाएगा।
6,231 करोड़ रुपए की लागत
राजभवन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि दिल्ली के उपराज्यपाल वी. के सक्सेना ने विभिन्न अवसरों पर केंद्र के समक्ष इस मेट्रो कॉरिडोर के निर्माण का मुद्दा उठाया था। बयान में कहा गया है कि रिठाला-नरेला-कुंडली मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण 6,231 करोड़ रुपए की लागत से किया जाएगा, जिसमें दिल्ली में पड़ने वाले भाग पर 5,685.22 करोड़ रुपये और हरियाणा के हिस्से पर 545.77 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। योजना के मुताबिक, इस कॉरिडोर का निर्माण मौजूदा रेड लाइन के विस्तार के रूप में किया जाएगा। दिल्ली में पड़ने वाले भाग की लागत का लगभग 40 प्रतिशत हिस्सा केंद्र सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।
20 प्रतिशत खर्च दिल्ली सरकार करेगी
बयान में कहा गया है कि दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) शेष लागत में 1,000 करोड़ रुपये का योगदान देगा, जबकि 37. 5 प्रतिशत पूंजी द्विपक्षीय/बहुपक्षीय ऋणों से आएगी और लगभग 20 प्रतिशत खर्च दिल्ली सरकार वहन करेगी जाएगी। हरियाणा में पड़ने वाले हिस्से को लेकर राज्य सरकार 80 प्रतिशत अनुदान देगी, जबकि शेष 20 फीसदी राशि केन्द्र सरकार देगी। इससे नरेला, बवाना और अलीपुर इलाकों का शहर के बाकी हिस्से से सम्पर्क में काफी सुधार आएगा और बुनियादी ढांचा मजबूत होगा।
तीन राज्यों के बीच बेहतर कनेक्टिविटी
यह कॉरिडोर तीन राज्यों उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली के बीच बेहतकर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। एक अनुमान के मुताबिक वर्ष 2028 में इस परियोजना के पूरा होने पर इससे हर रोज 1.26 लाख लोग सफर कर सकेंगे और वर्ष 2055 तक इससे करीबह 3.8 लाख लोग सफर कर सकेंगे। वहीं इस परियोजना से नरेला के डीडीए फ्लैटों की बिक्री में बंपर उछाल आने के आसार हैं।
रूट और स्टेशन
रिठाला से शुरू होकर यह मेट्रो लाइन रोहिणी के कई सेक्टर और बवाना इंडस्ट्रीयल एरिया से गुजरते हुए हरियाणा के कुंडली तक जाएगी। रोहिणी के कुल सात सेक्टर से यह मेट्रो लाइन गुजरेगी। इसके अलावा बरवाला, सनोठ गांव, न्यू सनोठ गांव, नरेला, जेजे कॉलोनी, बवाना आद्योगिक क्षेत्र में दो स्टेशन, नरेला क्षेत्र में पांच स्टेशनों का निर्माण होगा।