दिल्ली मेट्रो से जुडी एक खबर सामने आई है। अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली मेट्रो की ब्लू लाइन को कार्बन से फ्री होने का सर्टिफिकेट मिला है। ये लाइन यमुना बैंक को गाजियाबाद में वैशाली से जोड़ती है। अधिकारियों ने बताया कि ब्लू लाइन को मिली यह उपलब्धि DMRC यानी दिल्ली मेट्रो रेल निगम की कार्बन एमिशन और क्लाइमेट चेंज से निपटने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
'डीएमआरसी का कमिटमेंट सिर्फ सर्टिफिकेट मिलने तक ही सीमित नहीं'
अधिकारियों ने बताया कि सरकार के 2070 तक शुद्ध शून्य एमिशन तक पहुंचने के मकसद के अनुरूप, दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन एडवांल पर्यावरणीय प्रथाओं को इंटीग्रेट करके कार्बन तटस्थता की दिशा में महत्वपूर्ण प्रोग्रेस कर रहा है। उन्होंने कहा कि डीएमआरसी का कमिटमेंट सिर्फ सर्टिफिकेट मिलने तक ही सीमित नहीं है। इसका मकसद पर्यावरण अनुकूल परिचालन में एक स्टेंडर्ड स्थापित करना है। साथ ही अन्य शहरी ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम को भी इसी प्रकार की टिकाऊ कार्यप्रणाली को अपनाने के लिए प्रेरित करना है।
कार्बन न्यूट्रैलिटी के लिए क्या करना होता है?
- अपने कार्बन पदचिह्न/कार्बन उत्सर्जन को मापें - जानें कि आपको कितना और क्या कम करने और ऑफसेट करने की आवश्यकता है।
- अपने उत्सर्जन को कम करें- एक उत्सर्जन प्रबंधन योजना (EMP) लागू करें।
- ऑफसेट उत्सर्जन जिसे आप कम नहीं कर सकते - पूरी तरह से सत्यापित ऑफसेट परियोजनाओं के माध्यम से वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड की बराबर कमी के साथ कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन का प्रतिकार करना।
उक्त तीनों प्वाइंट्स की जानकारी नेशनल कार्बन मैनेजमेंट एसोशिएसन, इंडिया की वेबसाइट से ली गई है।
(Input With PTI)
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