दिल्ली नगर निगम का चुनाव अब बेहद करीब है। इसे देखते हुए सभी राजनीतिक पार्टियां अपने प्रचार-प्रसार को तेज कर दिया है। सभी पार्टियां स्थानीय मुद्दों के साथ सामने आ रही हैं। अपने वादों को जनता के सामने रखने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। दिल्ली में सड़कों पर घूमने वाले गाय, बंदर और आवारा पशुओं की समस्या तो हमेशा से रही है लेकिन यह पहली बार हो रहा है जब राजनीतिक दल इनके समाधान की बातें कर रही हैं। आम आदमी ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा है कि MCD में सत्ता में आने के बाद इन बेजुबान जानवरों का समाधान किया जाएगा। वहीं MCD सत्ता की कुर्सी पर काबिज BJP पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि MCD में रहते हुए BJP ने कोई भी काम नहीं किया है। BJP ने केवल वचन पत्र से शपथ पत्र का खेल खेला है।
आप चलाएगी "बी इंडियन अडॉप्ट इंडियन" कैंपेन
आप ने अपना वचन पत्र जारी कर दिया है और अपने नगर निगम के चुनावी एजेंडे में शामिल 10 गारंटियों में से बेजुबानों को सहारा देने की भी बात शामिल है। जिसमें सड़कों पर आवारा घुमते कुत्ते, बंदर, गाय और अन्य पशु भी शामिल हैं। आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि बेसहारा गायों के लिए आधुनिक गौशाला, अच्छे आहार, बंदरों के लिए भी आहार का इंतजाम व अन्य स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद से बेसहारा कुत्तों के लिए भी रहने खाने का उचित प्रबंध किया जाएगा और यह सरकार की प्राथमिकता में है। उन्होंने कहा कि इन बेजुबान जानवरों को अडॉप्ट करने के लिए लोगों को प्ररित किया जाएगा। जिसके लिए "बी इंडियन अडॉप्ट इंडियन" के नाम से मुहिम चलाएंगे। राजधानी में बंदरों के उत्पात से जनता को निजात दिलाने के लिए सौरभ भारद्वराज ने कहा कि हम इस समस्या का स्थायी समाधान निकालेंगे और इन बंदरों के खाने का इंतजाम कर इन्हें नैचुरल हैबिटेट में शिफ्ट कर देंगे ताकि फिर से यह बाहर नहीं आ पाएंगे।
BJP का पशु प्रेम सिर्फ दिखावा
नगर निगम के चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं वैसे-वैसे राजनीतिक पार्टियां एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करने में जुटी हुई हैं। दिल्ली में पशुओं की दशा पर आप विधायक सौरभ भारद्वराज ने भाजपा को जमकर घेरा। आप विधायक ने कहा कि 15 सालों से BJP दिल्ली नगर निगम की सत्ता में है लेकिन इन पशुओं के उपर करोड़ों खर्च करने के बाद भी इनका ठीक तरह से रखरखाव करने में बीजेपी पूरी तरह असफल रही है। यह पशु सड़कों पर बेसहारा घूमते हैं खाने पानी के लिए भी तरसते हैं लेकिन बीजेपी गाय और जानवरों को लेकर अपनी सियासी रोटी सेकने में ही सिर्फ केंद्रित है।