नई दिल्ली: मेयर शैली ओबेरॉय ने एक कोचिंग सेंटर के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने प्रीत विहार में एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट का निरीक्षण कर उसे सील कर दिया है। उन्होंने कहा, 'पूरी दिल्ली में ऐसे बहुत सारे कोचिंग संस्थान हैं, जो बेसमेंट में अवैध तरीके से चल रहे हैं। हम ऐसे सभी कोचिंग संस्थान पर सख्त कार्रवाई करेंगे और अगर कोई अधिकारी इसमें दोषी पाया जाएगा, तो उस पर भी कार्रवाई की जाएगी।'
एनएचआरसी ने दिल्ली सरकार, नगर निगम आयुक्त को नोटिस भेजा
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने एक कोचिंग सेंटर के 'बेसमेंट' में पानी भर जाने के कारण तीन सिविल सेवा अभ्यर्थियों की मौत के संबंध में दिल्ली सरकार, पुलिस आयुक्त और नगर निगम आयुक्त को नोटिस भेजे हैं। एक बयान में कहा गया है कि एनएचआरसी ने उनसे दो सप्ताह के भीतर एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
एनएचआरसी की ओर से जारी बयान के अनुसार, दिल्ली के मुख्य सचिव से पूरे शहर में निर्धारित मानदंडों का उल्लंघन करके संचालित हो रहे ऐसे संस्थानों और कोचिंग सेंटर की सटीक संख्या का पता लगाने के लिए विस्तृत सर्वेक्षण कराने के लिए भी कहा गया है। इसमें कहा गया है कि रिपोर्ट में ऐसे संस्थानों के हर विवरण का उल्लेख होना चाहिए, जिसमें उनके खिलाफ लंबित शिकायतें और संबंधित विभाग द्वारा की गई कार्रवाई भी शामिल है।
एनएचआरसी ने कहा कि उसने मीडिया में आई उन खबरों पर स्वत: संज्ञान लिया है कि दिल्ली में 27 जुलाई को सिविल सेवा परीक्षा की कोचिंग देने वाले एक प्रतिष्ठित संस्थान की इमारत के 'बेसमेंट' में पानी भर जाने के कारण तीन अभ्यर्थियों की मौत हो गई। आयोग ने कहा कि ये खबरें दिखाती हैं कि प्राधिकारियों से जलभराव के संबंध में कई शिकायतें की गईं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
इस घटना पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए आयोग ने कहा कि खबरों से संबंधित प्राधिकारियों की ओर से लापरवाही बरते जाने का पता चलता है। उसने दिल्ली के पटेल नगर इलाके में सिविल सेवा के एक अन्य अभ्यर्थी की मौत पर भी संज्ञान लिया है। बयान में गया है कि यह पता चला है कि कुछ दिन पहले प्राधिकारियों की लापरवाही की एक अन्य घटना में जलभराव वाली एक सड़क को पार करते हुए करंट लगने के कारण सिविल सेवा की तैयारी कर रहे एक अन्य विद्यार्थी की मौत हो गई थी। (इनपुट: भाषा से भी)