नयी दिल्ली। दिल्ली के एक निवासी को यहां विवेक विहार पुलिस थाने के पास उसकी कार चोरी होने के 20 दिन से भी अधिक समय बाद तेज गति से वाहन चलाने के लिए चालान मिला है। पश्चिमी दिल्ली के हरि नगर के रहने वाले योगेश पोद्दार का वाहन 6 जून को चोरी हुआ था और तब से उसके बारे में कोई जानकारी नहीं है, लेकिन करीब 20 दिन बाद उन्हें मिलेनियम डिपो के निकट तेज गति से वाहन चलाकर यातायात नियम का उल्लंघन करने के लिए चालान मिला।
पोद्दार ने बताया कि उन्होंने 5 जून को रात करीब आठ बजे विवेक विहार पुलिस थाने के पास अपनी कार खड़ी की थी, जहां से अगले दिन कार चोरी हो गई और उन्होंने इस बारे में ऑनलाइन प्राथमिकी भी दर्ज कराई थी। मामले की जांच कर रहे एक अधिकारी ने कहा, 'जिस स्थान पर कार खड़ी की गई थी, वहां कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा है, लेकिन कार चोरी करने वालों का पता लगाने के लिए आस-पास के इलाकों के कई सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी गई, लेकिन हमें कार का कुछ पता नहीं चल सका।'
उन्होंने बताया कि वाहन को खोजने की तमाम कोशिशें नाकाम रहने के बाद उसके न मिल पाने की रिपोर्ट अदालत में दर्ज कराई गई। शिकायतकर्ता को 30 जून को उसके चोरी हुए वाहन की तस्वीर के साथ चालान मिला। इसके बाद पोद्दार ने इसकी सूचना जांच अधिकारी को तत्काल दी। पोद्दार ने कहा, 'जब तक 30 जून को मुझे चालान नहीं मिला था, तब तक मुझे लग रहा था कि अपराधी ने या तो कार को तोड़-फोड़ दिया है या दिल्ली के बाहर किसी को इसे बेच दिया है, लेकिन तस्वीर के साथ चालान मिलने के बाद मुझे यह देखकर हैरानी हुई कि न तो मेरी कार का रंग बदला गया है और न ही पंजीकरण संख्या। कार में लगे केवल कुछ स्टिकर और उसमें लगी भगवान की मूर्ति गायब थी। इसके बावजूद, पुलिस मेरा वाहन खोज नहीं पाई।'
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि कार का पता लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस महीने के शुरू में, दिल्ली की एक अदालत की न्यायाधीश के पति को पश्चिमी दिल्ली में उनकी कार चोरी हो जाने के दो महीने बाद तेज गति से वाहन चलाने के लिए चालान मिला था।