नई दिल्ली: शराब को लेकर दिल्ली में एक शख्स अपनी पत्नी के तानों से इस कदर तंग आ गया कि उसने मल्टीनेशनल कंपनी की अच्छी खासी नौकरी छोड़ दी। नौकरी छोड़ने के बाद वह हरियाणा के मेवा में जाकर कैब ड्राइवर बन गया, ताकि परिवार से अलग और शांति से रह सके। उसने इस बारे में अपने परिवार को इसकी जानकारी भी नहीं दी। हालांकि, पत्नी द्वारा कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के बाद वह अपने परिवार के पास वापस लौट आया है।
35 साल का यह शख्स मंगलवार को अपने परिवार के पास लौट आया है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की डिप्टी कमिश्नर मोनिका भारद्वाज ने कहा, गुरुवार को शायद उनकी शादी को 10 साल पूरे हुए थे। हमने पति और पत्नी दोनों की काउंसलिंग कराई है, ताकि पति फिर से भाग न जाए। फिलहाल दोनों खुशी से साथ रहने के लिए तैयार हो गए हैं।
बता दें कि पिछले साल 12 अप्रैल तक दोनों पति-पत्नी के बीच सबकुछ ठीक चल रहा था। शख्स पत्नी और आठ महीने के बच्चे के साथ ही रह रहा था और उनकी हर जरूरत को पूरा कर रहा था। तब वह एक पेंट फर्म में नौकरी करता था और उसकी सैलरी 25000 रुपये महीना थी लेकिन, इसके बाद धीरे-धीरे दोनों में कहासुनी और छोटी-छोटी बात पर बहस होने लगी। जिसके बाद उसने नोएडा छोड़ दिया और हरियाणा के मेवात जाकर रहने लगा। परिवार को इसकी भनक तक नहीं थी। पत्नी ने नोएडा थाने में पति की गुमशुदगी भी दर्ज कराई थी।
डीसीपी ने बताया, उस शख्स के ऐसे गायब होने के पीछे पत्नी को उसके करीबी दोस्त पर शक था इसलिए उसने कोर्ट का सहारा लिया और पति के दोस्त की पॉलिग्राफ टेस्ट की मांग की। फिलहाल इसकी नौबत नहीं आई। दोस्त के जरिए पत्नी के कोर्ट जाने की खबर पाते ही वह शख्स लौट आया है।