दिल्ली शराब घोटाला: सीबीआई ने रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से शराब घोटाला मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने पूछताछ की। पूछताछ के बाद केजरीवाल ने एक बार फिर आरोप लगाया और कहा कि उन्होंने केंद्रीय एजेंसी द्वारा पूछे गए सभी सवालों का जवाब दे दिया है, इसके साथ ही केजरीवाल ने कहा कि ये पूरा मामला गढ़ा हुआ और पूरी तरह से फर्जी है। आम आदमी पार्टी (आप) सुप्रीमो और सीएम केजरीवाल ने यह भी कहा कि सीबीआई ने उन्हें "कोई संकेत नहीं" दिया कि वे उन्हें फिर से बुलाना चाहते हैं।
केजरीवाल से नौ घंटे की गई पूछताछ
दिल्ली में सीबीआई मुख्यालय में 9 घंटे से अधिक की पूछताछ के बाद प्रेस को संबोधित करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जांच एजेंसी ने उनसे 56 सवाल पूछे और उन्होंने सभी का जवाब दे दिया है। केजरीवाल ने कहा, "सीबीआई ने 9.5 घंटे तक पूछताछ की और मैंने सभी सवालों के जवाब दिए। पूरा कथित शराब घोटाला झूठी और खराब राजनीति का हिस्सा है। आम आदमी पार्टी 'कट्टर ईमानदार पार्टी' है। वे आम आदमी पार्टी को खत्म करना चाहते हैं, लेकिन देश की जनता हमारे साथ है।" .
शराब घोटाला मामले में सिसोदिया की हुई थी गिरफ्तारी
बता दें कि सीबीआई ने शुक्रवार को अरविंद केजरीवाल को समन जारी कर जांच टीम के सामने गवाह के तौर पर पेश होने की मांग की थी ताकि जांच के दौरान मिले इनपुट पर उनके सवालों का जवाब दिया जा सके, जिसमें उनके पूर्व डिप्टी मनीष सिसोदिया को 26 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद, मनीष सिसोदिया ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। सिसोदिया को पिछले महीने प्रवर्तन निदेशालय ने हिरासत में ले लिया था और 31 मार्च को विशेष अदालत द्वारा उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी गई थी।
सिसोदिया की जमानत याचिका खारिज करते हुए, दिल्ली की एक अदालत ने कहा कि सिसोदिया ने शराब घोटाला मामले की आपराधिक साजिश में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और साजिश के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए शराब नीति को तैयार करने और लागू करने में वे पूरी तरह से शामिल थे। अदालत ने सिसोदिया को "प्रथम दृष्टया" आपराधिक साजिश का "शिल्पकार" करार दिया था जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।
रविवार को अरविंद केजरीवाल की पूछताछ से पहले आप नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय राजधानी के कई इलाकों में विरोध प्रदर्शन किया। राघव चड्ढा और आतिशी समेत कई शीर्ष नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया। अरविंद केजरीवाल के सीबीआई दफ्तर से जाने के बाद नेताओं को नजफगढ़ थाने से रिहा कर दिया गया।