दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को तिहाड़ जेल प्रशासन ने पहली बार इंसुलिन का इंजेक्शन लगवाया है। इस पर आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह नेआज अपनी प्रतिक्रिया दी है। संजय सिंह ने कहा कि हनुमान जी की कृपा से अरविंद केजरीवाल जी को इंसुलिन मिल गई है। एक CM जो पिछले 22 साल से शुगर का मरीज है, जो दिल्ली वालों को फ्री में इलाज दिया, उनको 22 दिनों से इंसुलिन क्यों नहीं दी जा रही थी? कोर्ट ने भी AIIMS के डॉक्टर का पैनल बनाया है।
कल बढ़ गया था शुगर लेवल
गौरतलब है कि बीते दिन अरविंद केजरीवाल का शुगर लेवल बढ़ गया था, इसके बाद तिहाड़ प्रशासन ने उन्हें इंसुलिन का पहला इंजेक्शन दिया है। तिहाड़ जेल के अधिकारी ने बताया कि कल, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को तिहाड़ जेल में कम खुराक वाली इंसुलिन दी गई। कल उनका शुगर लेवल 217 था। जैसा कि एम्स की टीम ने कहा था कि स्तर 200 पार होने पर उन्हें कम खुराक वाली इंसुलिन दी जा सकती है।
'तिहाड़ जेल यातना गृह बन गया है'
संजय सिंह ने आगे कहा कि तिहाड़ जेल केजरीवाल के लिए एक यातना गृह बन गया है। हिटलर ने भी यातना गृह बनवाया था। PM और LG के निगरानी में केजरीवाल को 24 घंटे रखा जा रहा है। 24 घंटे CCTV निगरानी का लिंक PMO को क्यों चाहिए? क्या PM ये निगरानी करना चाहते हैं कि केजरीवाल की लिवर,किडनी खराब हुए कि नहीं? केजरीवाल का मनोबल टूटा की नहीं? LG आफिस को भी इसी काम में लगा रहा है।
सूरत एक झांकी है, पूरा देश अभी बाकी है- संजय
आप सांसद ने आगे कहा कि PM आपके इस अन्याय पूर्ण काम को देखते हुए, केजरीवाल के बूढ़े मा-बाप और पत्नी परेशान है। दिल्ली की जनता भी परेशान है कि जो पूरी दिल्ली के लिये फ्री इलाज करवा रहा है, उसको आज दवाई नहीं मिल रही है। 24 घंटे CCTV से निगरानी करते हैं, आखिर PM देखना क्या चाहते है? आप निगरानी करते हैं तो आपने ये भी देखा होगा कि केजरीवाल हर दिन झाड़ू लगा रहे हैं। केजरीवाल के खिलाफ़ साजिश हो रही है और इसके लिए सीधे तौर पर PMO और LG जिम्मेदार हैं। मैं पूरी जिम्म्मेदारी से कहना चाहता हूं कि बीजेपी बाबा साहब के संविधान को खत्म करना चाहती है। सूरत एक झांकी है, पूरा देश अभी बाकी है। ये पूरे देश में चुनाव खत्म कर देंगे। संविधान को खत्म कर देंगे।
बता दें कि सूरत में बीजेपी उम्मीदवार मुकेश दलाल की जीत बिना लड़े ही जीत गए, क्योंकि सभी 8 कैंडिडेट्स ने अपने नाम वापस ले लिए और कांग्रेस उम्मीदवार का नामांकन रद्द हो गया था। इसलिए मुकेश दलाल निर्विरोध जीत गए हैं।
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