नई दिल्ली। दिल्ली कैबिनेट ने आगामी 14 सितम्बर (सोमवार) को दिल्ली विधानसभा का एक दिन का विशेष सत्र बुलाने का फैसला किया है। केजरीवाल कैबिनेट ने कोरोना वायरस की वजह से दिल्ली विधानसभा का सत्र महज एक दिन का बुलाने का फैसला लिया है। दिल्ली कैबिनेट ने सोमवार (7 सितंबर) को एक दिवसीय सत्र बुलाने की मंजूरी भी दे दी है। इस दौरान कई विधेयक पास होने की उम्मीद है।
प्रश्नकाल नहीं होगा
अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली विधानसभा के एक दिवसीय विशेष सत्र के लिए प्रधान सचिव (कानून) के एक प्रस्ताव पर पांच सितम्बर को मंत्रिमंडल द्वारा विचार किया गया और उसे स्वीकृति दी गई। सूत्रों के अनुसार, खासकर एक दिवसीय सत्र होने के चलते प्रश्नकाल नहीं होगा और केवल महत्वपूर्ण मुददों एवं विधायी मामलों को लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि कोविड-19 महामारी के चलते सत्र विभिन्न सुरक्षा उपायों के साथ आयोजित होगा, जिसमें विधायकों एवं कर्मचारियों की जांच शामिल होगी।
विधानसभा कर्मचारियों का होगा कोविड टेस्ट
दिल्ली विधानसभा सचिवालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अगले एक या दो दिन में विधानसभा के सभी कर्मचारियों को कोविड-19 परीक्षण किया जाएगा और इसके लिए विधानसभा परिसर में ही एक परीक्षण वैन तैनात की जाएगी। उन्होंने कहा, 'सभी विधायकों को भी अपना परीक्षण कराना होगा। वे चाहें तो विधानसभा अथवा किसी अन्य अस्पताल में अपना परीक्षण करा सकते हैं।' अधिकारी ने कहा कि सामाजिक दूरी के नियमों के अनुपालन के लिए सदन में अतिरिक्त कुर्सियां लगाई जाएंगी।
बता दें कि, इस बार संसद के मॉनसून सत्र में भी कई बदलाव किए गए हैं। संसद का मॉनसून सत्र 14 सितंबर से एक अक्टूबर के बीच यानी 18 दिन का होगा। संसद के इस सत्र में कोई छुट्टी नहीं होगी, यानी शनिवार और रविवार को भी संसद में अवकाश नहीं रहेगा। इसके साथ ही प्रश्न काल भी इस सेशन में नहीं होगा। गौरतलब है कि पंजाब और हरियाणा में भी एक दिवसीय सत्र का आयोजन किया गया। कर्नाटक ने भी एकदिवसीय सत्र का आयोजन किया। केरल ने भी एक दिवसीय सत्र का आयोजन किया। वहीं महाराष्ट्र में दो दिवसीय सत्र का आयोजन किया गया है, आज यानी सोमवार से सत्र की शुरुआत हुई है।