दिल्ली जेल प्रशासन ने दिल्ली की अदालत में एक एप्लीकेशन लगाकर कहा है कि लॉरेंस बिश्नोई को मंडोली जेल ना भेज कर सीधा पंजाब की भटिंडा जेल भेजा जाए। जेल प्रशासन ने अपनी एप्लीकेशन में कहा कि लॉरेंस बिश्नोई को भटिंडा जेल से ही पहले NIA ने रिमांड पर लिया, उसके बाद गुजरात पुलिस ने और अब दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने कस्टडी में लिया हुआ है। इसमें कहा गया कि लिहाजा जिस जेल से एजेंसियों ने बिश्नोई को कस्टडी में लिया था, लॉरेंस को सीधा उसी जेल में भेजा जाए ना कि दिल्ली की जेल में।
कोर्ट ने भटिंडा जेल भेजने का दिया आदेश
जेल प्रशासन ने कहा कि दिल्ली की मंडोली जेल में बिश्नोई को भेजने का मतलब नहीं बनता। मंडोली जेल में बिश्नोई की जान को खतरा भी हो सकता है। जेल में क्राइम सिंडिकेट से जुड़े बिश्नोई के लोग और विरोधी गैंग के लोग बंद हैं। जेल प्रशासन ने कहा कि लॉरेंस बिश्नोई के दिल्ली के जेल में रहने से जेल की कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है। दिल्ली जेल प्रशासन की इस अर्जी के बाद कोर्ट ने जेल अधिकारियों की मांग को मान लिया है और दिल्ली पुलिस और जेल प्रशासन को आदेश दिया है कि बिश्नोई की कस्टडी पूरी होने पर सीधा भटिंडा जेल को सुपुर्द करें और सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम रखा जाए।
मंडोली जेल में बिश्नोई की जान को खतरा
बता दें की हाल ही में दिल्ली के तिहाड़ जेल में कई गैंगवार में हुई हत्याओं से तिहाड़ प्रशासन पर कई गंभीर सवाल खड़े हुए हैं। जांच एजेंसियों ने भी आशंका जताई है कि टिल्लू ताजपुरिया की हत्या का बदला लेने के लिए बिश्नोई और उसके गैंग पर हमला किया जा सकता है। दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के मामले में लॉरेंस बिश्नोई की तीन दिन की पुलिस रिमांड कोर्ट ने बढ़ाई है।
ये भी पढ़ें-
दिल्ली के रामलीला मैदान में 'आप' की महारैली, गरजे केजरीवाल-हमारे पास एक नहीं, 100 सिसोदिया हैं
कर्नाटक: महिलाओं को मिली बड़ी सुविधा, आज से फ्री में बस में यात्रा कर पाएंगी, लॉन्च हुई शक्ति योजना