Highlights
- 2 बच्चो को रेस्क्यू करवाया गया, गैंग की मुखिया प्रियंका फरार
- 10 बच्चों की पहचान की गई जिन्हें बेचा गया था
- ये गैंग 50 नवजात बच्चों की ट्रैफिकिंग में शामिल हैं
नयी दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 6 महिलाओं को गिरफ्तार किया है, ये महिलाएं दिल्ली में एक ऐसा गैंग चला रहे थे जो गरीब मां बाप से उनके न्यू बॉर्न बच्चों को खरीदते थे। बदले में उन्हें पैसे देते फिर जरूरत मंद लोगों को मोटी रकम पर बच्चों को बेच दिया करते थे।
डीसीपी क्राइम ब्रांच राजेश देव के मुताबिक क्राइम ब्रांच स्टार 2 की वेलकम टीम को पता लगा कि बच्चों को बेचने वाला गैंग एक्टिव है। और गांधी नगर शमशान घाट के पास एक बच्चे को बेचने आ रहा है। इसके बाद एसीपी संजीव कुमार और इंपेक्टर मनोज वर्मा ने एक टीम बनाई और रेड करके तीन महिलाएं- प्रिया जैन, प्रिया, काजल उर्फ कोमल को स्पॉट से पकड़ा है जो 6,7 दिन के एक बच्चे को बेचने के लिए आए थे।
पूछताछ में इन्होंने बताया कि वो जल्द पैसा कमाने के लिए इस न्यू बॉर्न बेबी बॉय को बेचने आए थे, इस बच्चे को प्रिया की बड़ी बहन प्रियंका ने अरेंज किया था। पुलिस ने आइपीसी 365, 370(4),120 बी, 34 आइपीसी, 81 जेजे एक्ट के तहत मामला दर्ज करके जांच शुरू की। इनकी गिरफ्तारी के बाद अगले दिन 18 दिसंबर को दो और गैंग की महिला पकड़ी गई। इनके पास से एक न्यू बॉर्न बेबी लड़की बरामद हुई जिसे इन्होंने एक गरीब परिवार से खरीदा और आगे बेचने वाले थे।
जांच में पता लगा कि ये सभी आरोपी गरीब परिवारों से है और ये IVF सेंटर के कॉन्टेक्ट में आए थे। ये अपने एग्स को IVF में डोनेट करने लगे, जिसके बदले इन्हें 20 से 25,000 रुपए मिलते थे तभी ये कई कपल्स के सम्पर्क में आए जिनके बच्चे नही थे। आरोपी काजल कई पेरेंट्स को IVF सेंटर ले जाती थी। जिसके बदले उसे कमीशन मिलता था और उसने एक बड़ा नेटवर्क बना लिया था जो अपने एग्स को IVF में डोनेट कर चुके थे।
क्राइम ब्रांच ने सभी आरोपियों को पुलिस कस्टडी में लिया है और फरार मास्टर माइंड महिला आरोपी प्रियंका की तलाश जारी है। इनके पास से 2 न्यू बॉर्न बच्चे बरामद किए गए है और बेचे जाने वाले 10 बच्चों की पहचान की गई है।