गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय में सोमवार को 25 वर्षीय एक छात्र की आत्महत्या के बाद विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। मृतक छात्र को हाल ही में विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा निष्कासित कर दिया गया था। गौतम कुमार एमबीए प्रथम वर्ष का छात्र था। उसने रविवार को अपने हॉस्टल की सातवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी।
इस आरोप में छात्र को किया गया था बाहर
मृतक छात्र गौतम बिहार के वैशाली का का रहने वाला था। उसका दाखिला दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के द्वारका सेक्टर-16 स्थित इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर में हुआ था। उसे पांच अन्य छात्रों के साथ हॉस्टल के कमरे में शराब और नशीले पदार्थों का सेवन करने के आरोप में बाहर कर दिया गया था।
आरोपी वार्डन को हटाया गया
इस मामले पर विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार कमल पाठक ने बताया कि विरोध प्रदर्शनों के बीच विश्वविद्यालय प्रशासन ने हॉस्टल के वार्डन राकेश कुमार को उनके कर्तव्यों से मुक्त कर दिया है। इस बीच सैकड़ों छात्रों ने कुलपति कार्यालय के बाहर एकत्रित होकर मृतक छात्र के लिए न्याय की मांग की है। साथ ही धरना प्रदर्शन भी दे रहे हैं।
न गायब किया जाए आत्महत्या का नोट
प्रदर्शनकारियों ने 'गौतम के लिए न्याय' और 'आत्महत्या नोट को गायब न होने दें' लिखे पोस्टर हाथ में लिए हुए थे। प्रदर्शनकारी छात्र विश्वविद्यालय से जवाबदेही की मांग करते हुए नारे लगा रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने हॉस्टल के वार्डन राकेश कुमार के इस्तीफे की भी मांग की है। उन पर उचित जांच किए बिना छात्रों को निष्कासित करने का आरोप लगाया गया है।
छात्रों को कमरा खाली करने का दिया गया आदेश
इस महीने की 14 तारीख के निष्कासन आदेश के अनुसार, गौतम और पांच अन्य छात्रों को शराब और नशीले पदार्थों का सेवन करने के कारण छात्रावास से निकाल दिया गया था। आदेश में उन्हें छात्रावास परिसर में प्रवेश करने से प्रतिबंधित कर दिया गया। 15 सितंबर को दोपहर दो बजे तक अपने कमरे खाली करने का निर्देश दिया गया था।
हॉस्टल में हो रही थी जन्मदिन पार्टी
कुलपति कार्यालय के बाहर पुलिस टीमें तैनात थीं और विश्वविद्यालय के अधिकारी स्थिति को शांत करने का प्रयास करते देखे गए। छात्रों के अनुसार छात्रावास में जन्मदिन पार्टी के बाद उसे निष्कासित कर दिया गया था, जिससे वह व्यथित था।
भाषा के इनपुट के साथ