नई दिल्ली: दिल्ली हाई कोर्ट ने बुधवार को आम आदमी पार्टी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार RT-PCR पद्धति से जांच करने की अपनी क्षमता के एक भाग की ‘बर्बादी कर रही’ है। कोर्ट ने कहा कि जहां प्रतिदिन लगभग 3500-4000 लोगों के संक्रमित होने के मामले सामने आ रहे हैं, वहां जांच की संख्या ‘बहुत कम’ है। कोर्ट ने कहा कि आरटी-पीसीआर से कोरोना वायरस संक्रमण की जांच करने की दिल्ली सरकार की क्षमता 15,000 नमूने प्रतिदिन की है लेकिन लगभग 4000 जांच की क्षमता का उपयोग नहीं किया जा रहा है।
दिल्ली में बुधवार को आए 3390 नए मामले
जस्टिस हिमा कोहली और जस्टिस सुब्रमण्यम प्रसाद ने कहा कि इससे पता चलता है कि अदालत द्वारा राष्ट्रीय राजधानी में जांच की संख्या बढ़ाने के लिए जोर दिए जाने के बावजूद दिल्ली सरकार ने पर्याप्त तेजी नहीं लाई है। बता दें कि दिल्ली में बुधवार को कोविड-19 के 3,390 नए मामले सामने आए जिससे संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,79,715 हो गई। वहीं, 41 और मरीजों की संक्रमण से मौत हो जाने से मृतक संख्या बढ़कर 5,361 हो गई। दिल्ली में बुधवार को कोविड-19 के ये नये मामले एक दिन पहले किए गए 59,807 जांचों के बाद सामने आए।
मंगलवार को हुई थी 48 मरीजों की मौत
बुधवार को जहां दिल्ली में कोरोना वायरस से 41 लोगों की मौत हुई, वहीं मंगलवार को 48 मरीजों की मौत हुई थी। मंगलवार को हुई मौतें 16 जुलाई से एक दिन में मरीजों की सबसे अधिक मौतें हैं, जब 58 मरीजों की जान गई थी। दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग की ओर से बुधवार को जारी बुलेटिन के अनुसार 41 और मरीजों की संक्रमण से मौत हो जाने से मृतक संख्या बढ़कर 5,361 हो गई है। बुधवार को उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 26,908 हो गई जो कि एक दिन पहले 27,524 थी। दिल्ली में मंगलवार तक कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते जान गंवाने वाले लोगों की कुल संख्या 5,320 थी।