राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लगातार बारिश के कारण सभी सड़कें, नदी और नालों का बुरा हाल है। शहर की स्थिति के मद्देनजर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज सोमवार दोपहर को सचिवाल में बैठक बुलाई। बैठक के बाद सीएम केजरीवाल ने कहा कि यह समय राजनीति करने के लिए नहीं है। उत्तर भारत में भारी बारिश से उत्पन्न स्थिति पर सीएम केजरीवाल ने कहा कि सभी प्रभावित राज्यों की सरकारों को जनता को राहत देने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है। बैठक में मंत्री सौरभ भारद्वाज, आतिशी और संबंधित अधिकारी मौजूद रहें। बैठक में यमुना नदी के स्तर में बढ़ोतरी पर भी चर्चा हुई।
बारिश थमने के बावजूद बाढ़ का खतरा बरकरार
दिल्ली में मूसलाधार बारिश और हरियाणा सरकार की ओर से पानी छोड़ने की वजह से यमुना के जल स्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। यमुना जल स्तर में बढ़ोतरी की वजह से दिल्ली के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बारिश थमने के बावजूद बरकरार है। वहीं, राजधानी में लगातार भारी बारिश की वजह से उत्पन्न हालात को देखते हुए दिल्ली सरकार ने आज सभी स्कूलों को बंद रखने का फैसला लिया है।
हरियाणा ने यमुना में 1 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा
दिल्ली, हिमाचल, पंजाब सहित देश के उत्तरी राज्यों में भारी बारिश हो रही है। दिल्ली में 41 साल का रिकॉर्ड टूटा है। 1982 के बाद से जुलाई में एक दिन में सबसे ज्यादा 153 मिमी बारिश हुई। इससे पहले 25 जुलाई 1982 में 169.9 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई थी। 2003 में 24 घंटे में 133.4 मिमी बारिश हुई थी। वहीं, 2013 में दिल्ली में 123.4 मिमी बारिश हुई थी। इधर, हरियाणा ने यमुना में 1 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा। इसके बाद दिल्ली सरकार ने बाढ़ की चेतावनी जारी की है।