नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर 6 साल से नगर निगम का फंड रोके रखने का आरोप लगाया है। एमसीडी के डॉक्टर, सफाईकर्मियों, शिक्षकों और डेटा ऑपरेटर्स को कई महीने से वेतन न मिलने के आम आदमी पार्टी विधायक सौरभ भारद्वाज के आरोप पर भाजपा ने जवाब दिया है। बीजेपी ने कहा है कि केजरीवाल सरकार की ओर से निगमों का फंड रोके जाने से समस्याएं खड़ीं हो रहीं हैं।
‘केजरीवाल सरकार को शर्म आनी चाहिए’
दिल्ली बीजेपी इकाई की ओर से शुक्रवार को जारी बयान में कहा गया, 6 वर्षों से दिल्ली नगर निगम का फंड रोककर दिल्ली सरकार एक काम नहीं करने दे रही है, लेकिन विज्ञापनों में करोड़ों खर्च कर रही है। बयान में कहा गया कि नगर निगम के कर्मचारियों के प्रति केजरीवाल सरकार को अपने अमानवीय व्यवहार पर शर्म आनी चाहिए। भाजपा की प्रदेश इकाई ने कहा, पूर्वी दिल्ली निगम को 1677 करोड़ रुपये में से 157 करोड़, दक्षिण दिल्ली नगर निगम को 893 करोड़ में से 232 करोड़ रुपये और उत्तरी निगम को 1568 करोड़ में से 612 करोड़ रुपए ही मिले।
AAP ने साधा था बीजेपी पर निशाना
दिल्ली बीजेपी ने अपने बयान में कहा कि आंकड़े साफ बता रहे हैं कि दिल्ली सरकार राजनीतिक द्वेष के चलते नगर निगमों को पूरी तरह पंगु करने में लगी है। बता दें कि आम आदमी पार्टी विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा था कि भाजपा अगर डॉक्टर्स, सफाई कर्मचारियों, टीचर्स और अब 700 डेटा ऑपरेटर्स को सैलरी नहीं दे सकती तो भाजपा को एमसीडी में रहने का कोई अधिकार नहीं है। भारद्वाज ने कहा, ‘भारतीय जनता पार्टी एमसीडी को आम आदमी पार्टी के हाथों में सौंप दे। हम एमसीडी कर्मचारियों की सैलरी देकर दिखा देंगे।’