नई दिल्ली:दिल्ली में नाबालिग लड़की की रेप के बाद हत्या के मामला गर्माता जा रहा है। इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की। हालांकि केजरीवाल को भारी विरोध का सामना भी करना पड़ा। वे बड़ी मुश्किल से सुरक्षाकर्मियों के साथ मंच तक पहुंचे लेकिन भीड़ और धक्कामुक्की के बीच में गिर गए। सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें उठाया।
पीड़ित परिवार के साथ इस मुलाकात को लेकर केजरीवाल ने ट्वीट भी किया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार की ओर से पीड़ित परिवार को 10 लाख की आर्थिक मदद दी जाएगी और इस मामले की मजिस्ट्रेट से जांच भी कराई जाएगी। केजरीवाल जिस वक्त मंच पर पहुंचे उस वक्त काफी भीड़ थी और धक्का लगने से वो लड़खड़ाते हुए गिर पड़े। हलांकि सुरक्षाकर्मियों और वहां मौजूद लोगों ने उन्हें संभलने में मदद की।
आपको बता दें कि पीड़िता के माता-पिता का आरोप है कि उनकी बच्ची के साथ बलात्कार किया गया और एक पुजारी ने यह झूठ बोलकर उसका जबरन अंतिम संस्कार करा दिया कि उसकी मौत बिजली का करंट लगने से हुई है। कल बच्ची के माता-पिता ने अन्य लोगों के साथ मिलकर पुराना नांगल क्षेत्र में घटनास्थल पर धरना दिया और दोषियों को मृत्युदंड दिए जाने की मांग की।
पुलिस ने सोमवार को कहा था कि बच्ची की मां के बयान के आधार पर प्राथमिकी में बलात्कार की धारा जोड़ दी गई है और पुजारी सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया था कि बच्ची अपने माता-पिता के साथ गांव में श्मशान घाट के सामने किराए के घर में रहती थी। रविवार शाम साढ़े पांच बजे वह अपनी मां को सूचित कर श्मशान घाट में लगे पानी के कूलर से ठंडा पानी लेने गई थी।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शाम छह बजे श्मशान घाट के पुजारी राधेश्याम और बच्ची की मां को जानने वाले दो-तीन अन्य लोगों ने उसे वहां बुलाया और बेटी का शव दिखाकर दावा किया कि कूलर से पानी लेने के दौरान करंट लगने से उसकी मौत हो गई। उसकी बाईं कलाई और कोहनी के बीच जलने के निशान थे और उसके होंठ भी नीले पड़ गए थे। अधिकारी ने बताया कि पुजारी और अन्य लोगों ने उसकी मां को पुलिस को सूचना देने से मना करते हुए कहा कि पुलिस मामला बना देगी और पोस्टमार्टम के दौरान चिकित्सक बच्ची के अंगों को चुरा लेंगे, इसलिए उसका अंतिम संस्कार करना बेहतर है।