दिल्ली: यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसके लिए हरियाणा सरकार को जिम्मेदार ठहराया है और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। केजरीवाल ने पत्र में लिखा है कि हरियाणा सरकार को हथिनीकुंड से सीमित मात्रा में पानी छोड़ा जाना चाहिए, ताकि यमुना का जलस्तर और ना बढ़े। केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन होना है, इसलिए अगर दिल्ली में बाढ़ आती है, तो इससे दुनिया में अच्छा संदेश नहीं जाएगा।
सीएम केजरीवाल ने की अहम बैठक
बाढ़ के हालात की समीक्षा के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज अहम बैठक बुलाई। बैठक के बाद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में बारिश तो ज्यादा नहीं हो रही, यहां ज्यादा पानी हिमाचल से आ रहा है जिससे बाढ़ के हालात बन गए हैं।
देखें क्या कहा केजरीवाल ने
केजरीवाल दिल्ली में बाढ़ की स्थिति को लेकर सचिवालय में आपात बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में मंत्री, मेयर और विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
हरियाणा में भी बाढ़ से हालात बदतर, सीएम ने की बैठक
वहीं, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी जिला प्रशासन के साथ बैठक कर बारिश के कारण उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की। इस बैठक में गृह मंत्री अनिल विज भी मौजूद रहे। बैठक के बाद सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि "अब तक बाढ़ में लगभग 10 लोग मारे गए हैं, लेकिन संख्या बढ़ सकती है, 2 लापता हैं और कई मवेशी मर गए हैं...नुकसान का आकलन किया जाएगा। मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी...''
लगातार बढ़ रहा है यमुना का वाटर लेवल
दिल्ली के मंत्री और आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अभी यमुना का लेवल 207.37 मीटर है और ये खतरे के निशान से काफी ऊपर है। केंद्र जल आयोग के अनुमान के मुताबिक यमुना का लेवल रात 10 बजे से 207.55 पहुंच सकता है। यानी दिल्ली के कुछ जगह पर यमुना अपनी तटबंधों को तोड़कर पार सकती है तो जहां पर भी ऐसा खतरा है वहां पर दिल्ली सरकार के सिंचाई नियंत्रण विभाग तटबंधों को मजबूत करने का काम कर रहा है।