नई दिल्ली: दिवाली के नजदीक आते ही पटाखे जलाने वालों ने भी तरह-तरह के तरीके अपनाने शुरू कर दिए हैं और किसी भी तरह पटाखों के इंतजाम में लग गए हैं। हालांकि दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के कार्यालय का जो बयान सामने आया है, उसे देखकर तो यही लगता है कि पटाखे दगाने पर दिल्लीवालों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। बता दें कि दिल्ली में पर्यावरण को नुकसान ना पहुंचे, इसलिए पटाखों को बैन किया गया है।
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के कार्यालय ने क्या कहा?
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के कार्यालय का कहना है, 'पटाखों पर बैन को प्रभावी बनाने के लिए और इस काम को सुनिश्चित करने के लिए, राजस्व विभाग की 77 टीमों और दिल्ली पुलिस की 300 टीमों को पूरी दिल्ली में तैनात किया गया है। अब तक पटाखों की बिक्री और भंडारण से संबंधित 79 मामले सामने आए हैं और लगभग 19,005 किलोग्राम पटाखे जब्त किए गए हैं।'
गोपाल राय ने आज दिल्ली सचिवालय में उच्च स्तरीय बैठक में पटाखा प्रतिबंध प्रवर्तन का जायजा भी लिया। दिल्ली पुलिस को आरडब्ल्यूए, बाजार संघों, धार्मिक समितियों के साथ बैठकें करने के निर्देश दिए गए हैं।
पटाखे न फोड़ें, दीये जलाएं: गोपाल
इससे पहले गोपाल ने कहा था कि दिवाली दीयों का त्योहार है। दीया जलाकर इस दिवाली के त्योहार को धूमधाम से मनाए। लोगों को सांस लेने में दिक्कत न हो इस लिए पटाखे न फोड़ें, क्योंकि दिवाली खुशियों का त्योहार है। इससे पहले गोपाल राय ने यूपी के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह को एक पत्र भी लिखा था। वायु प्रदूषण के मद्देनजर लिखी गई इस चिट्ठी में गोपाल राय ने मांग की थी कि दिल्ली में यूपी की सीमा से प्रवेश करने वाले गैर-वाहनों के संचालन पर कार्रवाई की जाए। गोपाल राय ने इससे पहले ट्वीट कर कहा था कि सिंघू बॉर्डर पर जाकर निरीक्षण किया तो पता चला कि चेकिंग के दौरान ट्रैफिक जाम हो रहा था। अधिकारियों ने सुझाव दिया कि अगर यूपी-हरियाणा की सरकारें ईस्टर्न-वेस्टर्म पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर टीम की तैनाती कर दें, तो वहां से गाड़ियों को को डायवर्ट किया जा सकता है।