देश की राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में शुक्रवार के धूलभरी आंधी देखने को मिली। इस दौरान बारिश भी हुई। हालांकि अचानक आई आंधी ने सभी को चौंकाकर रख दिया। इसके बाद दिल्ली-एनसीआर में हुई बारिश से लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली। आंधी और बारिश की चपेट में कई पेड़, खंभे और घर आए। कहीं घर ढहें, कहीं खंभे गिरे तो कहीं पेड़ गिरने की सूचनाएं मिलीं। इस तरह की घटनाओं में दो लोगों की मौत हो गई और करीब 23 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। जानकारी के मुताबिक दिल्ली पुलिस के कंट्रोल रूम में इस बाबत 409 इमरजेंसी कॉल्स आए। इन कॉन्ल पर लोगों ने सूचनाएं दी कि कई पेड़ और मकान गिरने के कारण लोग फंसे हुए हैं।
आंधी-बारिश के बाद पुलिस कंट्रोल रूम में फोन
दिल्लीवालों ने पुलिस कंट्रोल रूम को फोन करके पेड़ उखड़ने से संबंधित 152 कॉल, घरों की क्षति से संबंधित 55 कॉल और बिजली व्यवधान से संबंधित 202 फोन कॉल्स प्राप्त हुए। बता दें कि आंधी की चपेट में आने से कई मकान क्षतिग्रस्त हुए, कई पेड़ और बिजले के खंभे तक उखड़ गए। बता दें कि पेड़ उखड़ने और उसकी चपेट में आने से 2 लोगों की मौत हो गई है और 6 लोग घायल हो गुए हैं। इसी तरह से मकानों को क्षतिग्रस्त होने के कारण 17 लोगों के घायल होने की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को मिली। जब बीती रात धूल भारी आंधी आई तो लोग अपने-अपने घरों में दुबक गए।
दिल्ली-एनसीआर में येलो अलर्ट जारी
दरअसल यह आंधी अचानक ही उठी और हवा की रफ्तार बहुत तेज थी। इस दौरान संभावना थी कि काफी नुकसान देखने को मिल सकता है। हवा में चारों तरफ धूल के गुब्बार देखने को मिले। इस कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। दिल्ली-एनसीआर के अलग-अलग स्थानों पर इस दौरान पेड़ गिरने की घटनाएं देखने को मिली। वहीं नोएडा के सेक्टर 82 में बिजले के खंभे सड़क पर गिरे दिखे। बता दें कि शनिवार और रविवार को भी दिल्ली-एनसीआर में बारिश और आंधी की संभावना जताई गई है। इस बाबत मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी कर दिया है।