नई दिल्ली. देश की राजधानी नई दिल्ली में बुधवार को कोरोना वायरस के 1227 नए मरीज सामने आए, 1532 ठीक हुए जबकि 29 मरीजों की मौत हो गई। नए मरीज सामने आने के बाद दिल्ली शहर में अबतक सामने आए कोरोना मामलों की संख्या बढ़कर 1 लाख 26 हजार 323 हो गई है।
अबतक सामने आए कुल मामलों में से 1 लाख 7 हजार 650 लोग कोरोना बीमारी को मात देने में सफल रहे हैं जबकि 3719 मरीजों की मौत हो गई है। इस वक्त दिल्ली में 14 हजार 954 लोगों का इलाज चल रहा है। दिल्ली सरकार द्वारा जारी किए गए बुलेटिन के अनुसार, इस वक्त दिल्ली के अस्पतालों में कोविड मरीजों के लिए 12 हजार 133 बेड खाली हैं।
बात अगर कोविड केयर सेंटर्स की करें तो यहां 7292 बेड जबकि कोविड हेल्थ सेटर्स में 397 बेड खाली हैं। दिल्ली में इस वक्त होम आईसोलेशन में 7966 लोग हैं।
दिल्ली में नया सीरो-सर्वे एक से पांच अगस्त के बीच कराया जाएगा
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बुधवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 से निपटने के लिए बेहतर नीतियां बनाने के वास्ते दिल्ली सरकार ने मासिक सीरो-सर्वे (रक्त जांच) कराने का फैसला किया है और नया सीरो-सर्वे एक से पांच अगस्त के बीच कराया जाएगा। सरकार के ताजा सीरो-सर्वे के नतीजे आने के बाद यह निर्णय किया गया है।
नतीजों में पाया गया कि शहर के करीब 23 प्रतिशत लोग कोविड-19 से प्रभावित हुए हैं। जैन ने पत्रकारों से कहा कि अगला सर्वे एक अगस्त से 15 अगस्त के बीच किया जाएगा। जैन ने कहा, ‘‘27 जून से पांच जुलाई के बीच किए गए सीरो-सर्वे के कल नतीजे आए, जिनमें एक चौथाई लोगों में एंटीबॉडी विकसित होने की बात सामने आई, इसका मतलब वे संक्रमित हुए और ठीक हो गए। जिन लोगों के नमूने लिए गए थे, उनमें से अधिकतर लोगों को नहीं पता था कि वे संक्रमित थे।’’
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने संक्रमित होने के बाद ठीक हुए लोगों की पहचान करने और साथ ही कोविड-19 से निपटने के लिए बेहतर नीतियां बनाने के लिए अब और मासिक सीरो-सर्वे करने का फैसला किया है। प्लाज्मा देने के लिए पैसे लेने की खबरों के सवाल पर जैन ने आगाह किया कि प्लाज्मा बेचने और खरीदने की कोशिश करने वालों के खिलाफ ‘‘कड़ी कार्रवाई’’ की जाएगी।
दिल्ली सरकार के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में काम करते वक्त कोरोना वायरस संक्रमण से जान गवां चुके चिकित्सकों को अनुग्रह राशि दिए जाने संबंधी एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि ऐसे चिकित्सकों को अनुग्रह राशि दी जाएगी। सीरो प्रसार अध्ययन दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केन्द्र (एनसीडीसी) के साथ मिल कर किया था। केन्द्र सरकार ने मंगलवार को कहा था कि अध्ययन में पता चला है कि दिल्ली में सर्वे में शामिल किए गए करीब 23 प्रतिशत लोग कोरोना वायरस संक्रमण से प्रभावित हो चुके हैं।
एनसीडीसी के निदेशक डॉ.सुजीत कुमार ने कहा कि शेष 77 प्रतिशत लोगों के लिए अब भी विषाणुजनित बीमारी का जोखिम है और रोकथाम के उपाय समान कठोरता के साथ जारी रहने चाहिए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार एनसीडीसी द्वारा दिल्ली सरकार के सहयोग से 27 जून से 10 जुलाई तक के बीच किया गया अध्ययन यह भी दिखाता है कि बड़ी संख्या में संक्रमित व्यक्तियों में लक्षण नहीं थे।
इस अध्ययन में 21,387 नमूने शामिल किए गए। जैन ने कहा,‘‘ जिस आबादी का नमूना लिया गया उसमें विविधता थी। इसमें युवा से लेकर बुजुर्ग थे, पुरुष और महिलाएं थीं, विभिन्न क्षेत्रों में, निरुद्ध और गैर निरुद्ध क्षेत्रों में इसे किया गया और लगातार सर्वे से हासिल परिणाम हमें बेहतर रणनीति तैयार करने में मदद करेंगे। हालांकि, लोगों को मास्क लगाना, सामाजिक दूरी का पालन और नियमित रूप से हाथ धोने जैसे सुरक्षा के नियमों का पालन करते रहना चाहिए।’’