नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर सोमवार को सबसे बुरी खबर आयी। दिल्ली में एक दिन में कोरोना से मौत के अबतक के सारे रिकॉर्ड सोमवार को टूट गए। दिल्ली में बीते 24 घंटे में कोरोना से रिकॉर्ड 240 लोगों की मौत दर्ज की गई। दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के ताजा बुलेटिन के मुताबिक, दिल्ली में पिछले 24 घंटों में सोमवार (19 अप्रैल) को 23,686 नए कोरोना मामले आए जबकि 21,500 रिकवरी और 240 मौतें दर्ज़ की गई।
दिल्ली में कोरोना के अभी 76,887 सक्रिय मामले हैं जबकि अभी तक कुल 7,87,898 लोग कोरोना को मात देकर ठीक हो चुके हैं। वहीं दिल्ली में अबतक कोरोना से कुल 12,361 लोगों की मौत हो चुकी है। दिल्ली में कोरोना संक्रमण की दर 26.12 प्रतिशत पहुंच गई है।
केजरीवाल के ‘मैं हूं ना’ के आश्वासन के बावजूद हजारों प्रवासी कामगार अपने घरों के लिए निकले
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजधानी में एक हफ्ते की लॉकडाउन की घोषणा करते हुए प्रवासी लोगों से दिल्ली नहीं छोड़कर जाने की अपील की और कहा ‘मैं हूं ना’, लेकिन उसके बाद भी यहां आनंद विहार आईएसबीटी पर हजारों लोगों को अपने घर रवाना होने के लिए बस पाने की कोशिश करते देखा गया। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक आनंद विहार पर आईएसबीटी और रेलवे स्टेशन पर 5,000 से अधिक लोग पहुंच गये और यह संख्या बढ़ती जा रही है।
दिल्ली में लॉकडाउन लगाया गया
इससे पहले केजरीवाल ने दिन में लॉकडाउन की घोषणा करते हुए राजधानी में रहने वाले बाहरी कामगारों से अपील की थी कि यह लॉकडाउन छोटा रहने की उम्मीद है, इसलिए वे दिल्ली छोड़कर नहीं जाएं। राजधानी में आज रात 10 बजे से अगले सोमवार (26 अप्रैल) सुबह पांच बजे तक के लॉकडाउन की घोषणा करते हुए केजरीवाल ने कहा, ‘‘मैं हूं ना, मुझ पर भरोसा रखो।’’ एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि लॉकडाउन की अचानक घोषणा के बाद हजारों की संख्या में लोग आनंद विहार आईएसबीटी पहुंचने लगे। इलाके में तैनात पुलिसकर्मी भी लोगों को समझाने और लौटाने की कोशिश कर रहे हैं।
दिल्ली में लॉकडाउन बढ़ाया जा सकता है?
हालांकि प्रवासी कामगारों को आशंका है कि दिल्ली में रोजाना कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, ऐसे में लॉकडाउन बढ़ाया जा सकता है। दिलशाद गार्डन के एक कपड़ा कारखाने में काम करने वाले और उत्तर प्रदेश के बरेली निवासी मुकेश प्रताप ने कहा कि वह अपने घर जाना चाहते हैं क्योंकि लॉकडाउन बढ़ने के पूरे आसार हैं। पिछले साल भी देश में लॉकडाउन की घोषणा के बाद दिल्ली में काम करने वाले बिहार, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों के प्रवासियों को बसों, अन्य वाहनों और यहां तक कि पैदल भी अपने घरों की ओर लौटते देखा गया था।
इसलिए लगाना पड़ा लॉकडाउन
सोमवार को अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि हेल्थ सिस्टम दुरूस्त करने के लिए दिल्ली में छह दिनों के लिए की लॉकडाउन लगाना अनिवार्य हो गया था। लॉकडाउन के दौरान सभी आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी। शादियों में केवल 50 लोग शामिल हो सकेंगे, इसके अलग से पास दिए जांएगे। लॉकडाउन के समय का इस्तेमाल दिल्ली में बड़े पैमाने पर बेड बढ़ाने, ऑक्सीजन और दवाइयों की व्यवस्था करने में करेंगे।
एक मई से 18 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोग कोविड-19 का टीका लगवा सकते हैं: सरकार
केंद्र सरकार ने सोमवार को कहा कि एक मई से 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोग कोविड-19 से रोकथाम के लिए टीका लगवा सकेंगे। सरकार ने टीकाकरण अभियान में ढील देते हुए राज्यों, निजी अस्पतालों और औद्योगिक प्रतिष्ठानों को सीधे टीका निर्माताओं से खुराक खरीदने की अनुमति भी दे दी। अगले महीने से शुरू हो रहे टीकाकरण अभियान के तीसरे चरण के तहत टीका निर्माता अपनी केंद्रीय औषधि प्रयोगशालाओं (सीडीएल) से हर महीने जारी खुराकों की 50 प्रतिशत आपूर्ति केंद्र सरकार को देंगे और बाकी 50 प्रतिशत आपूर्ति को वे राज्य सरकारों को तथा खुले बाजार में बेचने के लिए स्वतंत्र होंगे।