नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर दिल्ली के लिए वैक्सीन मांगी है। केजरीवाल ने पत्र में लिखा, "दिल्ली में युवाओं के कोटे की वैक्सीन खत्म हो गयी है। युवाओं के टीकाकरण के केंद्र आज से हमें बंद करने पड़ेंगे। इस बारे में हमने केंद्र सरकार को भी कई बार सूचित किया कि दिल्ली को और वैक्सीन दी जायें, नहीं तो टीकाकरण केंद्र बंद हो जाएँगे। दिल्ली को हर महीने लगभग 80 लाख वैक्सीन की जरूरत है ताकि हम तीन महीने में पूरी दिल्ली को वैक्सीन लगा सकें।"
उन्होंने पत्र में आगे लिखा, "मई के महीने में दिल्ली को केवल 16 लाख वैक्सीन मिली। जून के महीने के लिए दिल्ली का कोटा आधा कर दिया गया है। हमें बताया गया है कि जून के महीने में हमें मात्र 8 लाख वैक्सीन मिलेंगी। अभी तक हम कुल 50 लाख वैक्सीन लगा चुके हैं और सभी वयस्क लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए हमें ढाई करोड़ और वैक्सीन चाहिए। इस रफ़्तार से तो दिल्ली के वयस्क लोगों को ही वैक्सीन लगाने में 30 महीनों से ज्यादा लग जाएँगे। तब तक ना जाने कितनी और कोरोना की लहरें आएँगी और ना जाने कितनी और जिंदगियों का नुकसान हो जाएगा।"
केजरीवाल ने पत्र में लिखा, "कोरोना की ये दूसरी लहर बेहद घातक थी। कई परिवारों ने अपनों को खोया है। देश के लिए ये दूसरी लहर थी लेकिन दिल्ली के लिए ये चौथी लहर थी। दिल्ली के लोगों ने सबसे ज़्यादा कोरोना की मार को सहा है। राजधानी होने के नाते बाहर से आने वाली सभी उड़ानें दिल्ली में आईं और दुनिया भर के सभी वेरिएंट दिल्ली में पहले आए। लेकिन, दिल्ली के लोगों ने बड़ी सहनशीलता, धैर्य एवं अनुशासन के साथ कोरोना की हर लहर का सामना किया है। इसलिए मेरा आपसे अनुरोध है कि वैक्सीन का कोटा तय करते वक्त दिल्ली को अधिक वैक्सीन दी जाए।"
इसके साथ ही अरविंद केजरीवाल ने वैक्सीन की उपलब्धता बढ़ाने के लिए कुछ सुझाव भी दिए। उन्होंने पत्र में लिखा, "देश में इस वक्त वैक्सीन की भारी कमी है। वैक्सीन की उपलब्धता बढ़ाने के लिए कुछ सुझाव हैं। मैं समझता हूँ कि इस दिशा में आप स्वयं भी कई कदम उठा रहे होंगे।"
पत्र में केजरीवाल ने क्या सुझाव दिए?
- वैक्सीन के उत्पादन को युद्ध स्तर पर शुरू करना होगा। खबरों के मुताबिक़, भारत बायोटेक कंपनी कोवैक्सीन के फ़ॉर्म्युला को अन्य कम्पनियों के साथ साझा करने को तैयार हो गयी है। ये बहुत अच्छी बात है। लेकिन, शायद भारत बायोटेक का अभी केवल चंद कम्पनियों से ही इस बाबत करार हुआ है। देश में वैक्सीन बनाने वाली ढेरों कंपनियां हैं। मेरा आपसे निवेदन है कि देश की सभी वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों को बुलाकर केंद्र सरकार उन्हें ये वैक्सीन बनाने का आदेश दे और जल्द से जल्द समयबध तरीके से उन्हें उत्पादन शुरू करने को कहा जाए।"
- दुनिया भर के वैक्सीन निर्माताओं को अविलंब भारत में वैक्सीन सप्लाई करने की अनुमति दी जाए। इन सभी विदेशी कंपनियों से केंद्र सरकार को सीधे बात करके इनसे पूरे देश के लिए वैक्सीन ख़रीदनी चाहिए। केंद्र सरकार इनसे सीधे वैक्सीन ख़रीदकर राज्यों में बाँट सकती है। विदेशी कंपनियों को भारत में वैक्सीन उत्पादन शुरू करने की भी अविलंब अनुमति दी जाए।
- खबरों के मुताबिक़, कई देशों ने अपनी पूरी आबादी की ज़रूरतों से भी कई गुना ज़्यादा वैक्सीन स्टोर की हुई है। उन देशों से बात करके अनुरोध किया जाए कि वे कुछ वैक्सीन भारत को उपलब्ध कर सकें।