नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा के एक विशेष सत्र में किसान आंदोलन और कृषि कानूनों पर चर्चा के दौरान गुरुवार को खुद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कृषि कानूनों की कॉपी फाड़ दी। भारी हंगामे के बीच दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी की सरकार ने केंद्र के नए कृषि कानून वापस लिए जाने की मांग को लेकर सदन में प्रस्ताव पास कर दिया है।इससे पहले चर्चा के दौरान आप विधायक सोमनाथ भारती, गोपाल राय और महेंद्र गोयल ने भी कृषि कानूनों की प्रतियां फाड़ दीं।
सीएम केजरीवाल ने कहा कि किसान आंदोलन में रोज एक किसान शहीद हो रहा है, संत बाबा रामसिंह ने केंद्र द्वारा सुनवाई नहीं करने पर आत्महत्या कर ली। केंद्र सरकार ये समझ ले कि किसान ऐसे जाने वाले नहीं हैं। 1907 में अंग्रेजों के समय भी तीन किसान विरोधी क़ानूनों के ख़िलाफ़ किसानों का ऐसा ही आंदोलन हुआ था। अंग्रेज सरकार भी पहले कुछ संशोधन के लिए तैयार हुई पर फिर अंग्रेजों ने सभी क़ानून वापिस ले लिए, हमारी सरकार कब किसानों की माँगे मानेगी?
सदन से बाहर आकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “दिल्ली विधानसभा ने आज सभी तीनों कृषि कानूनों को खारिज कर दिया और केंद्रीय सरकार से अपील की कि वह इन काले कानूनों को वापस ले। 20 दिनों के विरोध के दौरान 20 से अधिक किसानों की मौत हो चुकी है। इस आंदोलन में औसतन एक किसान प्रतिदिन शहीद हो रहा है।”
योगी आदित्यनाथ पर साधा निशाना
सीएम केजरीवाल ने कहा कि 70 साल के इतिहास में राज्यसभा में बगैर वोटिंग कराए पास कर दिए। यह कहते हुए सीएम केजरीवाल ने तीनों कृषि कानून की प्रति फाड़ दी। केजरीवाल ने कहा कि प्रति फाड़ते हुए मुझे बहुत दुख हो रहा है। मगर हमारे देश का किसान सड़क पर है। मैं किसानों को नजरअंदाज नही कर सकता। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार कह रही है कि किसानों को कृषि कानूनों का फायदा समझ नहीं आ रहा इसलिए अपने दिग्गज़ नेताओं को उतारा है। योगी आदित्यनाथ एक रैली में कह रहे थे कि इन कानूनों से किसी की ज़मीन नहीं जाएगी, ये फायदा है क्या?। भाजपा वाले कहते हैं कि किसान अब अपनी फसल पूरे देश में कहीं भी बेच सकता है। धान का MSP 1868 रुपये है, ये बिहार और उत्तर प्रदेश में 900-1000 रुपये में बिक रहा है। मुझे बता दीजिए कि ये किसान देश में कहां अपनी फसल बेचकर आएं।
किसान नहीं, भाजपा भ्रमित हैं...
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि BJP कह रही है किसानों को भ्रमित किया जा रहा है, किसानों को भ्रमित नहीं किया जा रहा है, सारे भाजपाइयों को भ्रमित किया जा रहा है। सारे भाजपाइयों को अफीम खिला दी गई है और कानून को लेकर यही रट लगाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि 20 से ज्यादा किसान इस आंदोलन में शहीद हो चुके हैं। रोज एक किसान शहीद हो रहा है। मैं केंद्र सरकार से पूछना चाहता हूं और कितनी शहादत और कितनी जान आप लोगे?
किसानों की वकील बने केंद्र सरकार
अरविंद केजरीवाल ने कहा आज सुप्रीम कोर्ट में दिल्ली सरकार के वकील ने कहा कि बॉर्डर पर जो किसान रुके हुए हैं उसके लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है। दिल्ली सरकार के वकील किसानों के वकील बने हैं। मैं केंद्र सरकार के वकील से कहना चाहूंगा कि तुम भी किसानों के वकील बनो।